– मुख्यमंत्री ने माफियाओं से मुक्त भूमि पर महिला संरक्षण गृह व गरीबों के आवास बनाने के दिए निर्देश
– नगर निगम को घरों पर लगे बड़े-बड़े होर्डिंग को हटाने के दिए निर्देश
– मुख्यमंत्री योगी ने सर्किट हाउस में पौधरोपण भी किया
प्रयागराज, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस में महाकुम्भ 2025 को स्वच्छ, सुरक्षित, ग्रीन, दिव्य एवं भव्य रूप से आयोजित किए जाने के सम्बंध में तैयारियों की समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को अपने कार्यों को निर्धारित समय सीमा में गुणवत्ता के साथ अनिवार्य रूप से पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं। बैठक में सभी विभागों के कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरण आनन्द ने मुख्यमंत्री को महाकुम्भ के दृष्टिगत विभागों द्वारा कराये जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट के पास माफियाओं से मुक्त जमीन पर मथुरा में बने कृष्णा कुटीर की भांति बेहतरीन महिला संरक्षण गृह बनाये जाने का प्रस्ताव बनाकर भेजे जाने के लिए कहा। जिसमें वृद्ध व निराश्रित महिलाओं के साथ-साथ वे बच्चियां जो पारिवारिक प्रताड़ना व अन्य कारणों से घर से निकल व बिछड़ जाती है, वे वहां रह सके व उन्हें स्वरोजगार का अवसर भी प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि पीडीए द्वारा माफियाओं से मुक्त जमीनों पर गरीबों के लिए आवास बनाये गये थे, उसी प्रकार माफियाओं से मुक्त जमीन पर गरीबों के लिए और आवास बनाये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने नगर निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि शहर के अंदर प्रचार में लगाये गये होर्डिंग के स्थान पर नगर निगम द्वारा या पीपीपी मोड पर डिस्प्ले बोर्ड लगाये जाये। उन्होंने कहा कि मुम्बई व लखनऊ की घटना से हमें सबक लेते हुए घरों के ऊपर जो बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हुए हैं, उन्हें हटाने की कार्यवाही की जाये। कुम्भ 2019 में मेला क्षेत्र व शहर के अंदर साइनेजेज् लगाये गये थे, इस बार उन्हें हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं में भी लगाये जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में जिस क्षेत्र में नेपाली, तमिल सहित अन्य स्थानों के लोगो की आने की ज्यादा सम्भावना रहती है, वहां अन्य भाषाओं के साथ-साथ उनकी क्षेत्रीय भाषाओं में साइनेजेज लगाये जायें।
योगी ने कहा कि जब कुम्भ स्वच्छ होगा, तो वही स्वच्छ कुम्भ ही सुरक्षित कुम्भ में बदलेगा और हमें फिर से स्वच्छता, सुरक्षा व सुव्यवस्था का एक नया मॉडल देखने को मिलेगा और तभी यह भव्य, दिव्य कुम्भ के रूप में वैश्विक मान्यता प्राप्त करेगा। इसके लिए स्टेक होल्डर्स, जनप्रतिनिधियों, स्थानीय व्यापारियों एव उद्यमियों, अलग-अलग संस्थाओं, अखाड़ा परिषद, संतो व आश्रमों से जुड़े लोगों के साथ हमारा निरंतर संवाद होना चाहिए। केन्द्र व राज्य सरकार से जुड़े सभी विभागों के साथ हमारा यह कार्यक्रम आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि द्वादश माधव व भारद्वाज आश्रम प्रयागराज की पहचान है। इसलिए इस बार हमें यहां पर और विशेष ध्यान देना होगा, जिससे हम इनकी पुरातन पहचान व वैभव वापस दिला सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नाविकों को प्रशिक्षण व लाइफ जैकेट उपलब्ध कराये जाने के साथ ही उनके साथ बैठक कर एक रेट फिक्स करने की कार्यवाही की जाये। उन्होंने मैनपॉवर जैसे सफाई कर्मी, जलआपूर्तिकर्ता, विद्युत विभाग से जुड़े लोगो की ट्रेनिंग कराये जाने और उन्हें नेम प्लेट, यूनिफार्म व पहचान यूनिक कोड़ दिए जाने के लिए कहा है, जिससे कौन व्यक्ति किस प्रकार का कार्य कर रहा है, इसकी पहचान हो सके। इस कुम्भ को एक भव्य, दिव्य व ग्रीन कुम्भ के रूप में स्थापित करना है, इसके लिए अभी से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित करने की कार्यवाही की जाये।
रेलवे विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए महाकुम्भ के दृष्टिगत पर्याप्त संख्या में ट्रेनों को बढ़ाये जाने व मेले में आने वाले बुजुर्गों की सुविधा के लिए रैम्प की व्यवस्था के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि जिस ट्रेन को जिस प्लेटफार्म पर आने की सूचना प्रसारित की जाये, वह ट्रेन उसी पर ही आये, अंतिम समय में प्लेटफार्म में परिवर्तन न किया जाये। पुलिस विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि हमें सुरक्षा का बेहतरीन वातावरण देना है, जिसके लिए टै्रफिक मैनेजमेंट व भीड़ नियंत्रण के लिए एआई टूल व साफ्टवेयर का प्रयोग बेहतर तरीके से किया जाये। उन्होंने महाकुम्भ मेले में एआई तकनीकी का प्रयोग कर मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की गणना किए जाने के लिए निर्देशित किया है।
विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि विद्युत विभाग के लाइनमैन, मीटर रीडर, जेई, एई व अन्य सम्बंधित अधिकारियों की अच्छे ढंग से काउसलिंग व प्रशिक्षण कराये जाने के लिए कहा। जिससे मेला में किसी भी तरह से विद्युत आपूर्ति बाधित न हो। जल निगम की समीक्षा करते हुए सभी कार्यों को समय से गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाने के लिए निर्देशित किया है। परिवहन विभाग की समीक्षा करते हुए शटल बसों की व्यवस्था का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने सेतु निगम, पीडब्लूडी, सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, गंगा प्रदूषण नियंत्रण ईकाई सहित अन्य विभागों की समीक्षा करते हुए सभी विभागों को गुणवत्ता के साथ सभी कार्य निर्धारित समयसीमा में अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के लिए कहा। अंत में कहा कि हम लोग एक बार फिर से भव्य, दिव्य महाकुम्भ का सफल आयोजन करके प्रयागराज को वैश्विक मान्यता दिलाने में अपना योगदान देंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी, सांसद प्रवीण पटेल, विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी, पियूष रंजन निषाद, गुरू प्रसाद मौर्या, सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी अपने-अपने सुझाव दिए। जिसपर मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधिगणों के सुझावों पर आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम सर्किट हाउस में चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। तत्पश्चात सर्किट हाउस में पौधरोपण भी किया। तदुपरान्त मुख्यमंत्री ने संगम क्षेत्र पहुंचकर बड़े हनुमानजी का दर्शन एवं पूजन भी किया।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र / मोहित वर्मा