मुरादाबाद, 19 जुलाई (Udaipur Kiran) । दो दिन पूर्व शाहजहांपुर में एसटीएफ द्वारा एनकाउंटर में मारे गए 1 लाख के इनामी आरोपित संभल निवासी शाहनूर पर मुरादाबाद में डकैती करता था, तो संबंधित थाना पुलिस उसे चोरी में दर्ज करती थी। आरोपित शाहनूर के मरने के बाद पीड़ित परिवार खुलकर सामने आए और उन्होंने कहा कि हमारे घरों में तो डकैती की घटनाएं हुई थीं, लेकिन पुलिस ने हमें ही डरा धमकाकर चोरी की तहरीर देने को मजबूर कर दिया था।
संभल के हयात नगर थाना क्षेत्र के सराय तरीन भूड़ निवासी व एक लाख रुपये का इनामी हिस्ट्रीशीटर शाहनूर बीते बुधवार काे बरेली से मदनापुर क्षेत्र में लूट की घटना को अंजाम देने पहुंचा था, लेकिन उससे पहले एसटीएफ की बरेली टीम ने उसे घेर इनामी हिस्ट्रीशीटर शाहनूर लिया। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपित बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग की और जवाबी कार्रवाई में वह ढेर हो गया। मारे गए शाहनूर ने अपने गैंग के साथ छह नवंबर 2022 की रात मुरादाबाद जनपद के मैनाठेर थाना क्षेत्र के ग्राम मिलक कठेर गांव में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। यहां बदमाश श्यामवीर सिंह और उनके भाई जसवीर सिंह के मकान में घुस गए थे। बदमाशों ने परिवार को बंधक बनाकर सोने-चांदी के जेवर, 21 हजार की नकदी, दो कैन मैंथा आयल समेत अन्य कीमती सामान बटोर कर ले गए थे। विरोध करने पर परिवार के साथ मारपीट भी की गई थी।
पीड़ित परिवारों ने पुलिस से शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने इस वारदात को चोरी में दर्ज कर पर्दा डाल दिया था। पीड़ित किसान जसवीर का कहना है कि पुलिस ने उन्हें डरा धमकाकर चोरी की तहरीर देने के लिए दबाव बना दिया था। घटना चोरी में दर्ज हुई तो शाहनूर के गिरोह का दुस्साहस और बढ़ गया। इसके बाद इस गिरोह ने 18 नवंबर 2022 की रात मैनाठेर के खजरा गांव में किसान अकबर अली के घर में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था।
अकबर अली ने बताया कि उस वक्त वह घर में सो रहे थे। घर में बेटे और बहुएं भी सो रही थीं। इसी दौरान बदमाश पड़ोसी के मकान की छत से घर में पहुंच गए। बदमाशों ने बहू और बेटों को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। बदमाश 18 तौला सोना और करीब 3 लाख रुपये की नकदी ले गए थे। घटना से 15 दिन पहले ही एक बेटे की शादी हुई थी। अकबर अली ने बताया कि पुलिस ने उन्हें इतना डरा दिया था कि अगर डकैती की रिपोर्ट दर्ज कराएंगे तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें। सोने चांदी के जेवर और नकदी भी नहीं मिलेगी। अकबर अली का कहना है कि उन्हें अब तक न तो जेवर मिले और न ही नकदी मिली है।
इनामी हिस्ट्रीशीटर शाहनूर के मारे जाने के बाद उसके द्वारा अपराधिक वारदाताें के किस्से अब खुलकर सामने आने लगे हैं। वहीं इस पर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने कहना है कि डकैती की वारदातों को चोरी में दर्ज करने जैसी कोई शिकायतें नहीं मिली हैं। यदि पीड़ित परिवारों से कोई शिकायत मिलेगी तो उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जयसवाल / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा