कुशीनगर, 19 जुलाई (Udaipur Kiran) । नेपाल के वाल्मिकीनगर बैराज से कुशीनगर की नारायणी नदी में कम मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद भी खतरा टल नहीं रहा है। दरअसल नदी के बांध 12700 पर दो स्थानों पर बैक रोलिंग कर रही है, जिससे बांध पर लगे बोल्डर में तेजी से गैप हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब जलस्तर बढ़ेगा तो नदी अप स्ट्रीम में कटान करेगी। तब ठोकर की नोज पर खतरा बढ़ जाएगा। यदि नोज टूटा तो इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ेगा।
गत वर्ष नवंबर में गंडक फ्लड हाईलेवल कमेटी ने छितौनी बांध के निरीक्षण के दौरान छह स्थानों को संवेदनशील बताया था। कमेटी ने जीरो किमी से 6.800 तक काउंटर वर्म का कार्य,किमी 5.200 और 7.600 पर नोज की रिपेयरिंग का कार्य, किमी 10.500, 11.200,13.700 पर नोज की रिपेयरिंग और काउंटर वर्म का कार्य कराए जाने का निर्देश दिया था। बाढ़ खंड विभाग ने उक्त सभी कार्य कराए भी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि नदी में जब पानी घटता है तो कटान शुरू हो जाती है। एसडीओ मनोरंजन कुमार का कहना है कि स्थिति पर नजर है, खतरे की कोई बात नहीं है।
(Udaipur Kiran) / गोपाल गुप्ता / Siyaram Pandey