Jammu & Kashmir

कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के जन्म और उसे कायम रखने के लिए जिम्मेदार : पूर्व मंत्री

bali

जम्मू, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री बाली भगत ने कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के उदय के खिलाफ आंदोलन का आह्वान करने वाले बयान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि 1989 से इस क्षेत्र में आतंकवाद के जन्म और उसे कायम रखने के लिए कांग्रेस खुद जिम्मेदार है।

यहां जारी एक बयान में पूर्व मंत्री ने 1987 के जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में व्यापक रूप से कथित धांधली को एक प्रमुख घटना के रूप में इंगित किया जिसने तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य में उग्रवाद को जन्म दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के तहत आयोजित यह चुनाव चुनावी धोखाधड़ी के आरोपों से प्रभावित था जिसने व्यापक अशांति और उग्रवाद को बढ़ावा दिया। भगत ने कांग्रेस नेताओं से सवाल किया कि क्या उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि 1987 में केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार विधानसभा चुनावों में धांधली में सीधे तौर पर शामिल थी।

उन्होंने जम्मू-कश्मीर में पिछले कई सालों में हुए नरसंहारों और निर्दोष लोगों की हत्याओं के दौरान चुप रहने के लिए कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने सभी को यह भी याद दिलाया कि जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के राष्ट्र-विरोधी आंदोलन का समर्थन कौन सी पार्टी कर रही थी, जिसने भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशा अल्लाह, इंशा अल्लाह जैसे नारे लगाए थे। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कांग्रेस पर हमेशा ऐसे राजनीतिक दलों के समर्थन में खड़े होने का आरोप लगाया जो निर्दोष लोगों के खून-खराबे में शामिल हैं। ऐतिहासिक घटनाओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने 1975 के इंदिरा-शेख समझौते और 1986 के राजीव गांधी-फारूक अब्दुल्ला समझौते का संदर्भ दिया जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के शासन में राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में वृद्धि और आतंकवाद को बढ़ावा मिला।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह

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