– अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधियों व संत-महात्माओं ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
– भीड़ प्रबंधन एवं टै्रफिक मैनेजमेंट के साथ डिजिटल कुम्भ की संकल्पना को किया जायेगा साकार : अपर पुलिस महानिदेशक
– महाकुम्भ के निर्माण कार्यों को अक्टूबर तक करा लिया जायेगा पूरा : मण्डलायुक्त
– मेले में आने वाले संत-महात्माओं, श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधाएं दी जायेगी : कुम्भ मेलाधिकारी
प्रयागराज, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । अपर पुलिस महानिदेशक भानु भाष्कर, मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत की उपस्थिति में गुरूवार को गांधी सभागार में अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधियों, संत-महात्माओं के साथ महाकुम्भ 2025 को दिव्य, भव्य, सुरक्षित आयोजित किए जाने के सम्बंध में सुझाव प्राप्त किए जाने के लिए बैठक आयोजित की गयी। जिसमें अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधियों, संत महात्माओं ने अपने-अपने सुझाव एवं मार्गदर्शन दिए।
बैठक में कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरण आनन्द ने महाकुम्भ के दृष्टिगत की जा रही तैयारियों के बारे में पॉवर प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से बताया। उन्होंने महाकुम्भ के मद्देनजर की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में पूरी जानकारी दी। उन्होंने पार्किंग स्थलों पर बिजली, पानी, प्रकाश, कैमरे सहित अन्य व्यवस्थाओं के सम्बंध में की जा रही तैयारियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि मेला क्षेत्र में आने वाले पूज्य संत-महात्माओं एवं श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाये, इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है। बैठक में अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधियों द्वारा महाकुम्भ को निर्विघ्न, सकुशल, आयोजित किए जाने के सम्बंध में पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया गया।
इस दौरान अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधियों द्वारा महाकुम्भ के दृष्टिगत ज्यादा संख्या में संत-महात्माओं के आगमन को देखते हुए अखाड़ों की जमीन में वृद्धि किए जाने, प्रमुख धार्मिक स्थलों के सुंदरीगण एवं सुदृढ़ीकरण के साथ-साथ लोगो की जानकारी के लिए साइनेज लगाये जाने, हाथरस की घटना के दृष्टिगत अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था एवं सावधानी बरतने, विगत कुम्भ में दी गयी सुविधाओं में वृद्धि किए जाने, प्लास्टिक मुक्त स्वच्छ महाकुम्भ के आयोजन के लिए आवश्यक व्यवस्थायें किए जाने, साफ-सफाई तथा निर्माणाधीन कार्यों को ससमय पूर्ण किए जाने आदि के सम्बंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए।
कुम्भ मेलाधिकारी ने कहा कि मेला क्षेत्र में संस्थाओं को नियमानुसार भूमि आवंटन एवं सुविधाएं समय से उपलब्ध करायी जायेगी। इसमें किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आने पायेगी। सभी कार्यदायी संस्थायें समयबद्ध ढंग से गुणवत्ता के साथ सभी कार्य कराया जाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि आप लोगों द्वारा जो सुझाव-मार्गदर्शन दिए गए है, उनको सूचीबद्ध करते हुए सभी कार्यों को समय से पूर्ण करा लिया जायेगा।
अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि हम सभी का प्रयास है कि सुगम, सुरक्षित, भव्य एवं दिव्य महाकुम्भ के आयोजन के साथ-साथ मेले में आने वाले संत महात्माओं, श्रद्धालुओं को अच्छी से अच्छी सुविधा दे सकें। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सिक्योरिटी व सेफ्टी की नई तकनीकी विशेषताओं का प्रयोग करते हुए भीड़ प्रबंधन एवं टै्रफिक मैनेजमेंट के साथ डिजिटल कुम्भ की संकल्पना को साकार किया जायेगा।
मण्डलायुक्त ने कहा कि महाकुम्भ मेला को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है। आप सभी के सहयोग से ही सम्भव हो पायेगा। उन्होंने कहा कि जो भी निर्माण कार्य चल रहे है, वे अक्टूबर माह तक पूर्ण करा लिए जायेंगे। अभी दो शिफ्ट में कार्य चल रहा है, यदि आवश्यकता होगी तो तीन शिफ्ट में भी कार्य कराते हुए कार्य को गुणवत्ता के साथ ससमय पूर्ण कर लिया जायेगा।
पुलिस आयुक्त तरूण गाबा ने कहा कि आप सभी के द्वारा दिए गए मार्गदर्शन एवं सुझावों का अनुपालन करते हुए विश्व के सबसे बड़े आयोजन को सकुशल एवं सुरक्षित ढंग से सम्पन्न कराया जायेगा। टै्रफिक व्यवस्था, सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन में आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए मेले को सुगम रूप में आयोजित किया जायेगा।
अंत में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधियों, संत-महात्माओं को आश्वस्त करते हुए कहा गया कि आप सभी के द्वारा जो सुझाव एवं मार्गदर्शन दिए गए है, उसका अनुपालन करते हुए महाकुम्भ को निर्विघ्न, सकुशल, सुरक्षित, स्वच्छ, दिव्य एवं भव्य रूप से आयोजित कराया जायेगा। इस अवसर पर आईजी प्रेम कुमार गौतम, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त एन. कोलांची, नगर आयुक्त चन्द्र मोहन गर्ग, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, अपर मेलाधिकारी दयानन्द प्रसाद एवं विवेक चतुर्वेदी सहित अन्य सम्बंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र / मोहित वर्मा