West Bengal

रायगंज शहर में अज्ञात कीड़े का आतंक

रायगंज शहर में अज्ञात कीड़े का आतंक

उत्तर दिनाजपुर, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । मानसून के दौरान मच्छरों के पनपने से डेंगू-मलेरिया का बढ़ना कोई नई बात नहीं है। लेकिन इस बार एक उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज में नया डर फैल गया है। पूरा रायगंज शहर कीड़ों के प्रकोप से त्रस्त है। कई निवासियों को कीड़े पहले ही काट चुका है। कीड़ों के काटने से खासकर बच्चे और महिलाएं प्रभावित हुई हैं। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि कौन-सा कीड़ा इस तरह से काटता है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कुलिक नदी के पास देवीनगर, बीरनगर, शक्तिनगर, पश्चिम बीरनगर क्षेत्र के वार्ड 22, 23, 26, 27, आठ और नौ में काफी लोग प्रभावित हुए हैं। इतना ही नहीं, दावा किया जा रहा है कि रायगंज के सोहारी इलाके की रहने वाली एक गृहिणी की अज्ञात कीड़े के काटने से मौत हो गई है। विश्वविद्यालय के छात्रों से लेकर गृहिणियों तक हर कोई प्रभावित है।

एक युवा पीड़ित रूना सिंह ने कहा कि मैं जंगल के पास खड़ी थी। ऐसा लग रहा था कि हाथ को किसी कीड़े ने काट लिया है। तुरंत जलन होने लगी, फिर छाले पड़ गए और धीरे-धीरे यह बढ़ता गया।

डॉक्टर ने कहा कि यह कीड़े के काटने के कारण हो सकता है। जबकि स्थानीय लोगों का दावा है कि प्रभावित क्षेत्र में सबसे पहले दाने निकल रहे हैं। दर्द के साथ, फिर खुजली और जलन की शिकायत हो रही है। कुछ मामलों में बुखार भी हो रहा है। डॉक्टरों को शुरू में इसका कारण वायरस या फंगस होने का संदेह था। लेकिन उनका कहना है कि यह घटना जहरीले कीड़े के काटने से हुई है।

डॉक्टरों का दावा है कि मानसून के दौरान झाड़ियां बढ़ने के कारण यह किसी अज्ञात कीट का हमला है। डॉक्टरों को डर है कि अगर जल्द कुछ नहीं किया गया तो खतरा बढ़ सकता है।

डॉ. शांतनु दास ने कहा कि मैंने अभी तक ऐसा कोई मरीज नहीं देखा है। मुझे एक मरीज की मौत की भी खबर मिली है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह किसी अज्ञात कीड़े के काटने से हुआ है।

शहर के अधिकारियों का दावा है कि उन्हें नियंत्रण में रखने के लिए सफाई का काम जारी है। वार्ड नंबर 27 के समन्वयक प्रोसेनजीत सरकार ने कहा कि सिर्फ मेरा वार्ड ही नहीं, कई और वार्डों को ऐसे अज्ञात कीड़े काट रहे हैं। हम सभी से मच्छरदानी लगाकर सोने के लिए कह रहे हैं।

(Udaipur Kiran) / धनंजय पांडे / गंगा राम

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