– एनईपी पर आठ दिवसीय ऑनलाइन ओरिएंटेशन प्रोग्राम का समापन
प्रयागराज, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । ऑनलाइन पोर्टल ने भारत में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रान्ति ला दी है। ये प्लेटफार्म छात्रों में उच्च शिक्षा के लिए विशिष्ट सामग्री तक पहुंचने का एक नया तरीका प्रदान करते है। ये पोर्टल छात्रों को गुरूकुल से लेकर विभिन्न भागों से सामग्री तक पहुंचाते है, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई से विविधता मिलती है।
उक्त विचार वृहस्पतिवार को इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के स्टाफ प्रशिक्षण और अनुसन्धान संस्थान के अतिरिक्त निदेशक डॉ0 जी0 मैथिली ने बतौर मुख्य अतिथि यूजीसी एमएमटीटी सेन्टर, ईश्वर शरण पीजी कॉलेज के एनईपी 2020 पर चल रहे आठ दिवसीय ऑनलाइन 14वें ओरिएंटेशन और सेंसिटाइजेशन प्रोग्राम के समापन पर व्यक्त किया। उन्होंने इस प्रौद्योगिकी के उपयोग में शिक्षकों को लाभान्वित होने का सुझाव दिया और उन्हें ऑनलाइन शिक्षा में अपनी विशेषता का सही उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों से हैन्डस ऑन प्रैक्टिस भी करवाई।
सरदार पटेल विश्वविद्यालय गुजरात के कम्प्यूटर सांइस और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की प्रो0 सोनल जैन ने शिक्षा और सीखने के लिए सूचना और संचार प्रौद्योगिकी की (आईसीटी) के उपयोग को लेकर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कर नवीनतम प्रवृत्तियों और उपकरणों पर प्रकाश डाला तथा इसका उपयोग कक्षाओं में विविध स्तर लागू करने की बात की। शिक्षा में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी शिक्षा का वह तरीका है जो सूचना के वितरण का समर्थन सम्बर्धन और अनुकूलन करने के लिए सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है।
एमएमटीटी सेन्टर के निदेशक और ईश्वर शरण पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो0 आनन्द शंकर सिंह ने प्रतिभागियों को बधाई दी और कहा कि आप सभी ने एनईपी के क्षेत्र में नए ज्ञान का संचार किया है और आने वाले प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं। संचालन कार्यक्रम समन्वयक डॉ जमील अहमद ने और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के सह समन्वयक डॉ आलोक मिश्र ने दिया। कार्यक्रम में सेन्टर के सहायक निदेशक डॉ मनोज कुमार दूबे सहित डॉ मान सिंह, डॉ उदय सिंह, डॉ नरेन्द्र सिंह, डॉ शैलेश यादव आदि विभिन्न राज्यों के सैकड़ों प्रतिभागी जुड़े रहे।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र / मोहित वर्मा