रायपुर, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । आरंग मॉब लीचिंग के मामले में पुलिस ने आराेपिताें को बचाने आरोप पत्र में लीपा पोती किया है। इस मामले की न्यायिक जांच होना चाहिये। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने उक्त आरोप लगाते हुए कहा कि पहले हत्या के बदले सदोष मानव वध का मुकदमा दर्ज किया गया। अब आरोप पत्र में पुल से कूदने के कारण घायल होकर मौत होना बताया गया है। पुलिस के आरोप पत्र से साफ हो गया है कि भाजपा सरकार मॉब लीचिंग के आरोपिताें को बचाना चाहती है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि माब लीचिंग की इस घटना ने छत्तीसगढ़ के सिर को शर्म से झुका दिया है। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पुलिस के आरोप पत्र के पहले जो बयान दिया था कि पुल से कूदने से मौत हुई थी। ऐसा लग रहा बृजमोहन अग्रवाल के बयान को आधार बना कर पुलिस ने आरोप पत्र बनाया है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि इस घटना में एक दर्जन से अधिक अराजक तत्वों ने पीट-पीटकर तीन लोगों की हत्या कर दिया। दहशत गर्दों ने सरेआम कुछ लोगों पर लाठियों, डंडो और धारदार हथियार से हमला बोला था, जिनमें तीन की जान गयी। इस गंभीर आपराधिक मामले में पुलिस द्वारा आराेपिताें के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बजाय सदोष मानव वध का मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस द्वारा आरोप पत्र में पुल से कूदने से मौत बताकर आराेपिताें को कोर्ट से छूट जाने का रास्ता तैयार किया गया है।
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(Udaipur Kiran) / चन्द्र नारायण शुक्ल / केशव केदारनाथ शर्मा