कोलकाता, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । महानगर कोलकाता के दिल कहे जाने वाले धर्मतल्ला इलाके में स्थित सीईएससी ऑफिस के सामने 22 जुलाई को विरोध प्रदर्शन की पुलिस से अनुमति न मिलने पर पार्टी ने गुरुवार को कलकत्ता हाई कोर्ट का रुख किया है। पार्टी ने निजी बिजली उत्पादन और वितरण कंपनी, सीईएससी लिमिटेड के कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी है। जस्टिस राजर्षि भारद्वाज की एकल न्यायाधीश पीठ ने याचिका को स्वीकार कर लिया है और इस मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी।
भाजपा के राज्य नेता तमोघ्नो घोष ने अपनी याचिका में कहा है कि हाल ही में इस कंपनी ने टैरिफ में अत्यधिक वृद्धि की है, जिसके कारण यह प्रदर्शन जनहित में है। कंपनी का कोलकाता में बिजली वितरण में एकाधिकार है, लेकिन पुलिस इस प्रदर्शन की अनुमति देने से इनकार कर रही है। भाजपा की योजना के अनुसार, 22 जुलाई को भाजपा समर्थक विभिन्न हिस्सों से जुलूस निकालकर निजी बिजली कंपनी के कार्यालय के सामने इकट्ठा होंगे।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने 14 जुलाई को राज्य में चुनाव बाद की हिंसा के खिलाफ राजभवन के सामने धरना प्रदर्शन करते हुए इस विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी। इसके बाद राज्य भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि तुरंत ही कोलकाता पुलिस से प्रदर्शन की अनुमति मांगी गई थी। हालांकि, राज्य भाजपा नेताओं का आरोप है कि शहर की पुलिस आवेदन पर अनुमति देने में देरी कर रही है।
भाजपा का प्रस्तावित प्रदर्शन कार्यक्रम तृणमूल कांग्रेस के वार्षिक शहीद दिवस कार्यक्रम के ठीक एक दिन बाद है। तृणमूल कांग्रेस 21 जुलाई को कोलकाता में 13 लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शहीद दिवस मनाती है। ये लोग 21 जुलाई 1993 को पश्चिम बंगाल युवा कांग्रेस द्वारा ममता बनर्जी के नेतृत्व में आयोजित एक प्रदर्शन के दौरान मारे गए थे। भाजपा भी उसी दिन लोकतंत्र हत्या दिवस मनाएगी और राज्य के सभी पुलिस स्टेशनों के सामने विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर / गंगा राम / सुनीत निगम