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भगवान के बैवाण पर हुआ था पथराव, एकादशी के दिन बंद रहे पहुंना के बाजार

चित्तौड़गढ़ जिले के पहुंना में बुधवार को बंद रहे बाजार।

चित्तौड़गढ़, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले के पहुंना में करीब चार माह पूर्व भगवान के बैवाण पर हुए पथराव को लेकर क्षेत्र के लोगों में अब भी रोष व्याप्त है। इस संबंध में पुलिस थाने में भी प्रकरण दर्ज करवाया था। क्षेत्र के लोगों ने आरोपियों के गिरफ्तार नहीं करने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया है। विरोध के चलते बुधवार को पहुंना कस्बा बंद रहा। इस दौरान पुलिस की और से सुरक्षा को लेकर कड़े बंदोबस्त किए थे। बताया गया कि मुहर्रम का जुलूस निकलने तक बाजार बंद रहे थे। वहीं राशमी पुलिस बंद जैसी बात से इंकार कर रही है। पहुंना कस्बे में इसी वर्ष 19 मार्च को भगवान चारभुजा नाथ ‌का बैवाण निकाला जा रहा था। बैवाण के समुदाय विशेष के धार्मिकस्थल के बाहर पहुंचा था। लोगों का आरोप है कि तभी समुदाय विशेष के लोगों ने बैवाण पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इससे कई लोग चोटिल हो गए और एक की मौत भी हो गई थी। इस घटना के विरोध एवं कार्रवाई को लेकर तीन दिन तक बाजार भी बंद रहे थे।

पुलिस थाने में 50 से अधिक लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ लेकिन गिरफ्तारी 20 आरोपितों की ही हुई थी। इस घटना को चार माह गुजर जाने के बाद भी अन्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया। लोगों का आरोप है कि अपराधी कस्बे में ही घूम रहे हैं लेकिन पुलिस इन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही‌ है। इसी के विरोध में बुधवार को पहुंना का बाजार मुहर्रम निकलने तक बंद रहा। लोगों ने सीएम भजन लाल शर्मा को एक पत्र लिख कर कस्बे में भगवान चारभुजा नाथ के बैवाण‌ पर‌ पथराव करने वाले शेष अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की‌ मांग की है।

इधर, राशमी थानाधिकारी श्यामराज सिंह ने बताया कि कस्बे में बंद जैसी कोई बात नहीं थी। मुहर्रम का जुलूस शांतिपूर्वक निकल गया। बैवाण पर पथराव के आरोपियों की गिरफ्तारी जांच का विषय है। आज किसी ने गिरफ्तारी की मांग नहीं की।

(Udaipur Kiran) / अखिल तिवारी

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