-साईबर ठग विभागों के अधिकारी या इन्वेस्टमेंट कंपनियों के कर्मचारी बनकर देते हंै ठगी की वारदातों को अंजाम
गुरुग्राम, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । साईबर अपराधी लोगों से ठगी करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। साईबर ठग लोगों के पास किसी विभाग का अधिकारी बनकर या कंपनी का कर्मचारी बताकर कॉल करके धोखाधड़ी से साईबर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अगर आपके पास +92 कोड लगे विदेशी नंबर से कॉल या मैसेज आए तो कोई जवाब ना दें।
साईबर ठग लोगों के पास कॉल करके यह दावा करते हैं कि उनको कम इन्वेस्टमेंट करके अधिक मुनाफा या उनके परिवार का कोई सदस्य अवैध गतिविधियों में शामिल हैं। उसको गिरफ्तारी से बचाने के लिए पैसों की मांग करते हैं। लोग भी डरकर या लालच में आकर बिना पुष्टि किए ही साईबर ठगों की बातों में आ जाते हैं। उनको रुपये ट्रांसफर करके साईबर ठगी का शिकार हो जाते हैं।
गुरुग्राम पुलिस आमजन से अपील करती है कि किसी भी तरह के व किसी भी माध्यम से किसी भी विभाग के अधिकारी के नाम पर गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल होने की बात कहकर गिरफ्तारी का डर दिखाकर या अन्य किसी प्रकार का भय दिखाकर पैसों की मांग करे तो इसकी शिकायत अपने नजदीकी थाना में करें। साईबर ठग अलग-अलग विभाग के अधिकारी बनकर लोगों से अलग-अलग माध्यमों से सम्पर्क करते है और उन्हें डर दिखाकर या गिफ्ट पार्सल, लॉटरी लगने इत्यादि का झांसा देकर रूपए की मांग करने वाली कॉल साईबर ठगों द्वारा की जा रही है। इस तरह की कॉल आने पर घबराएं नहीं तथा अपने नजदीकी पुलिस थाना में संपर्क करें और साईबर ठगों को किसी भी प्रकार के रुपए ना भेजें। जागरूक रहे, सावधान रहें। किसी भी तरह से साईबर ठगी होने बिना किसी देरी के तुरंत साईबर अपराध के हेल्पलाईन 1930 पर कॉल करें, ताकि साईबर ठगी को निरस्त किया जा सके। गुरुग्राम पुलिस आपकी सेवा, सुरक्षा व सहयोग के लिए सदैव 24 घंटे सातों दिन तत्पर है।
(Udaipur Kiran) हरियाणा / SANJEEV SHARMA