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गुजरात में चांदीपुरम वायरस का प्रकोप, नौ दिन में 11 बच्चों की मौत

Civil Hospital

गोधरा, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । गुजरात में चांदीपुरम वायरस का प्रकोप जारी है। पिछले नौ दिन में 12 बच्चे इस जानलेवा वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, इसमें 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। बुधवार को गोधरा, गांधीनगर और मेहसाणा में एक-एक बच्चे की मौत हुई है। अभी तक कुल 14 संदिग्ध केस प्रशासन को मिले हैं। इसमें राजस्थान का दो केस हैं, जिसमें एक बालक की मौत हो चुकी है। मध्यप्रदेश के एक केस में बच्चे की स्थिति स्थिर बनी हुई है।

राज्य के पंचमहाल जिले, वडोदरा और मेहसाणा के बाद अब गांधीनगर में भी यह वायरस मिलने से प्रशासन हरकत में आ गया है। गांधीनगर महानगर पालिका क्षेत्र में चांदीपुरम वायरस का एक संदिग्ध केस मिला है। बुधवार को गांधीनगर के भाट टोल टैक्स के पास छापरा वास में 15 महीने की बालिका संदिग्ध वायरस की चपेट में आई थी। इलाज के दौरान बुधवार को इसकी मौत हो गई है। बच्ची के सैम्पल की जांच के लिए पुणे भेजा गया है। इसके अलावा बुधवार को गोधरा में 4 वर्ष की बच्ची की वडोदरा एसएसजी हॉस्पिटल में मौत हो गई। मेहसाणा के 1 वर्ष के बालक की भी बुधवार को अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल में मौत की खबर है। अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल में अभी 6 बच्चों का इलाज किया जा रहा है। इसमें 2 बच्चे अहमदाबाद के चांदलोडिया और आंबावाडी समेत अन्य 4 बच्चे दूसरे जिलों के हैं।

जानकारी के अनुसार पिछले दिनों पुणे से आई रिपोर्ट में मोडासा की एक बच्ची का चांदीपुरम वायरस पॉजिटिव रिपोर्ट आया था। साथ ही बच्ची की मौत का कारण भी इसी वायरस का होना कंफर्म किया गया था। इसके अलावा कुल चार में से तीन रिपोर्ट नेगेटिव मिली थी। प्रशासन ने बाकी बच्चों के भी सैम्पल पुणे भेजे हैं, रिपोर्ट आने के बाद भी स्थिति साफ हो पाएगी।

इन जिलों में मिले हैं मामले

चांदीपुरम वायरस के संदिग्ध मामले अब तक 9 जिलों में कुल 14 केस मिल चुके हैं। इनमें 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। चांदीपुरम वायरस के सर्वाधिक मामले साबरकांठा जिले से चार मिले हैं, जिनमें दाे बच्चों की मौत हुई है। इसके अलावा अरवल्ली जिले में तीन केस है, जिनमें तीन की मौत हुई है। महीसागर, राजकोट, मेहसाणा, गोधरा, गांधीनगर में एक-एक केस मिला, जिसमें इन सभी बच्चों की मौत हाे चुकी है। इसके अलावा खेड़ा में एक संदिग्ध केस में बच्चे का इलाज जारी है। दूसरी ओर वडोदरा के एसएसजी हॉस्पिटल के शिशु रोग विभाग से पिछले 15 दिनों में 7 बच्चों के सैम्पल जांच के लिए पुणे भेजे गए हैं।

2 से 9 वर्ष के बच्चे पीड़ित

हिम्मतनगर सिविल हॉस्पिटल में पहला केस 27 जून, 2024 को राजस्थान के उदेपुर जिले की खेरवाडा तहसील के पलेचा गांव के 4 वर्षीय बालक की मौत के रूप में पहचान की गई। इसके बाद 5 जुलाई को अरवल्ली जिले की भिलोडा तहसील के मोटा कंथारिया की 6 वर्षीय बालिका की मौत हो गई। 9 जुलाई को साबरकांठा जिले के कोडारिया गांव के 5 वर्षीय बालक और अरवल्ली जिले के तानपुर के 2 वर्षीय बालक की मौत हो गई। इस तरह 17 दिनों के अंदर 4 बालकों की मौत हो गई। वहीं 8 जुलाई को राजस्थान के उदेपुर जिले के अकीवाडा गांव की 4 वर्षीय बालिका और 9 जुलाई को साबरकांठा जिले की हिम्मतनगर तहसील के पीपलिया गांव की 9 वर्षीय बालिका को बीमारी के समान लक्षण देखते हुए भर्ती किया गया है।

क्या है चांदीपुरम वायरस

यह एक ऐसा खतरनाक वायरस है, जो सीधे बच्चों के मस्तिष्क पर अटैक करता है। इसके कारण मस्तिष्क में सूजन आ जाता है। शुरुआत में फ्लू के लक्षण दिखाई देते हैं, लेकिन आगे बच्चा सीधे कोमा में चला जाता है। इस वायरस का नाम एक गांव के नाम पर रखा गया है, जो कि महाराष्ट्र का एक छोटा सा गांव है। पहली बार साल 1965 में इस वायरस से बीमार बच्चे का मामला सामने आया था। सामान्य रूप से यह वायरस 14 साल के छोटे बच्चें को अपना शिकार बनाता है। यह वायरस मच्छर और बड़ी मक्खियों से फैलता है। सेंड फ्लाइ नामक मक्खियों की यह एक ऐसी प्रजाति है, जो कीचड़ में पाई जाती है। बरसात के दिनों में इसकी संख्या तेजी से फैलती है।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / बिनोद कुमार पांडे कुमार सक्सैना

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