किशनगंज,17 जुलाई (Udaipur Kiran) । शिक्षा विभाग में कार्य करने वाले संवेदकों एवं भ्रष्ट अधिकारियों पर विभागीय शिकंजा कसना शुरु हो चुका है। जिला शिक्षा पदाधिकारी मो. जफर आलम ने जिले के सभी प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक को पत्र लिख कर तीन दिनों के अंदर पेय जल योजना की राशि निकासी के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है।
विद्यालयों में बच्चों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए राशि प्रदान की गई थी लेकिन बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और राशि की बंदर बांट की शिकायत मिलने के बाद अब जिला शिक्षा पदाधिकारी ने स्पष्टीकरण पूछा है। सूत्रों की माने तो जमीन पर जो काम होना चाहिए था वो किया ही नहीं गया और राशि की निकासी कर ली गई।
जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में समग्र शिक्षा अंतर्गत बैंक खातो में पेय जल की राशि का व्यय हेतु ड्राइंग लिमिट निर्धारित किया गया था। जारी पत्र के मुताबिक 109 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों को राशि-250000/ -की दर से ड्राइंग लिमिट दिया गया एवं 64 उच्च विद्यालयों को राशि-272000/ -की दर से ड्राइंग लिमिट दिया गया, जिसके आलोक में 93 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय तथा 58 उच्च विद्यालय के द्वारा राशि निकासी की गयी है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रधानाध्यापकों से जवाब मांगा है कि राशि निकासी का आधार क्या था एवं कितना फिट बोरिंग करवाया गया है, साथ ही राशि निकासी मापी पुस्तिका के अनुसार किया गया है अथवा नहीं को लेकर तीन दिनों के अंदर जवाब दे। देखने वाली बात होगी कि जांच रिपोर्ट में निकल कर क्या सामने आता है।
(Udaipur Kiran) / धर्मेन्द्र सिंह / चंदा कुमारी