रायपुर, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए विजन डॉक्यूमेंट सभी की भागीदारी से तैयार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प लिया है। इसे पूराकरने के लिए हम विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण करेंगे। मुख्यमंत्री मंगलवार को न्यू सर्किट हाउस में छत्तीसगढ़ विजन 2047 तैयार करने के लिए राज्य नीति आयेाग द्वारा आयोजित मोर सपना मोर विकसित छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में प्रदेश के युवाओं, कृषकों, महिलाओं और प्रबुद्धजनों ने अपने-अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि सभी के सहयोग से 2047 तक विकसित भारत बन पाएगा। छत्तीसगढ़ का भी यही विजन है, जिसके लिए नीति आयोग काम कर रहा है।वर्ष 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में छत्तीसगढ़ की भी अहम भूमिका रहे इसके लिए साय सरकार छत्तीसगढ़ विजन @ 2047 पर काम कर रही है। आयोजन में शामिल प्रदेश के किसानों, युवाओं, महिलाओं और प्रबुद्ध वर्ग को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि 10 वर्षों में परिश्रम के कारण देश आज आर्थिक क्षेत्र में 5वे स्थान पर है। तीसरी सबसे बड़ी ताकत भारत को बनाना उद्देश्य है, इसमें छत्तीसगढ़ को भी सहयोग करना है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में भारत विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। प्रधानमंत्री ने अगले पांच साल में भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उद्देश्य को पूरा करने में छत्तीसगढ़ का भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। छत्तीसगढ़ एक समृद्ध राज्य है जहां प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन, वन संपदा और मानव संसाधन हैं। यहां की धरती उर्वरा है, मेहनतकश किसान हैं। यहां के संसाधनों का वैल्यू एडिशन करके हम विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण कर सकते हैं। इसमें सभी का सहयोग आवश्यक होगा। छत्तीसगढ़ युवा प्रदेश है, हमने नई शिक्षा नीति लागू की गई है, जिसमें वोकेशन ट्रेनिंग पर जोर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हर क्षेत्र में सबके सहयोग से रिफॉर्म ला रही है। सरकार काम-काज में भी पारदर्शिता लाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। हमारी सरकार की नीति करप्शन के प्रति जीरो टालरेंस की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं, कृषकों, महिलाओं और प्रबुद्धजनों ने विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण विचार साझा किए।मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम का यह तीसरा सत्र है इससे पहले दो सत्र हो चुके हैं। कृषि क्षेत्र की चर्चा की गई है, सबसे अधिक युवा भारत में रहते हैं। आधी आबादी माता-बहनों की है। मैं भी किसान पुत्र हूं, तो इसमें रुचि है।आज भी गांव जाता हूं, तब कुछ देर अपने खेत की फसलों को देखता हूं।
उन्होंने कहा कि हर वर्ग से 2–2 लोगों ने सुझाव रखा है। सरकार के माध्यम से प्रयास कर रहे हैं कि छत्तीसगढ़ विकसित हो। लोह, अयस्क, कोयला, बॉक्साइट, गोल्ड, डायमंड सहित तमाम चीजे प्रदेश में हैं। सौ से अधिक वनोपज है। छत्तीसगढ़ की भूमि युवा शक्ति और मेहनतकश किसान से भरपूर है। अगर हमारी नीति और नीयत ठीक हो तो छत्तीसगढ़ विकास कर सकता है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि एनईपी में शिक्षा व्यवस्था के साथ वोकल ट्रेनिंग की व्यवस्था है।एक नवंबर को प्रदेश में विजन डॉक्यूमेंट रखने वाले हैं। उद्योगों के लिए भी कई जगह है।सीआईआई के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई है, उन्होंने भी अपने सुझाव दिए हैं।नई इंडस्ट्रियल पॉलिसी लाने वाले हैं, जिसमें सब का सहयोग आवश्यक होगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ का विजन डॉक्यूमेंट और नई उद्योग नीति राज्य स्थापना दिवस 01 नवम्बर 2024 को आम जनता को समर्पित करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में कृषि के क्षेत्र में जैविक कृषि को लेकर बहुत महत्वपूर्ण चर्चा हुई है। युवाओं ने भी आगामी भविष्य को लेकर अपना बेहतर दृष्टिकोण रखा है। कार्यक्रम में नारी शक्ति बड़ी संख्या में उपस्थित हैं, यहां आने के लिए उनका विशेष धन्यवाद।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के युवा, कृषक, महिला और प्रबुद्धजनों के साथ विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ को लेकर परिचर्चा में मुख्यमंत्री श्री साय ने ड्रोन दीदी को लेकर आए प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि भिलाई में तकनीकी विश्वविद्यालय में ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का आह्वान किया है, जिसमें ड्रोन दीदी का भी अहम योगदान होगा। मुख्यमंत्री ने पद्मश्री जागेश्वर यादव की तारीफ़ करते हुए कहा कि जागेश्वर जी पढ़े-लिखे नहीं हैं, उन्हें साइकिल चलाना नहीं आता, हाफ पेंट पहनकर और बिना चप्पल के अपना काम चलाते हैं लेकिन आज इन्होंने कोरवा-बिरहोर समुदाय की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया है, मैं उनका अभिनन्दन करता हूं।
वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने कहा कि कार्यक्रम में प्राप्त सुझावों का नीति आयोग द्वारा संकलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन तथा सर्विस सेक्टर में भी असीम संभावनाएं हैं। वर्तमान में कृषि में रसायनिक खाद के उपयोग से कैंसर रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। हमें जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा। मुख्य सचिव एवं उपाध्यक्ष राज्य नीति आयोग अमिताभ जैन और योजना विभाग के सचिव अंकित आनंद ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
संवाद कार्यक्रम में लगभग 200 प्रतिभागी शामिल हुए। कार्यक्रम में काष्ठ शिल्पकार एवं पद्मश्री से सम्मानित अजय मण्डावी एवं पद्मश्री जागेश्वर यादव, कोण्डागांव से आयी महिला कृषक उदेश्वरी, शुभम दीक्षित, सिमरन, अंकित जैन, शताब्दी पाण्डेय, सुधा वर्मा सहित अनेक लोगों ने सुझाव दिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सलाहकार धीरेन्द्र तिवारी, राज्य नीति आयोग के सदस्य के. सुब्रमण्यम, सचिव अनूप श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत भी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा / प्रभात मिश्रा