नई दिल्ली, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश अमित शर्मा ने जामिया हिंसा मामले से जुड़ी याचिकाओं की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। इसके बाद इस बेंच की अध्यक्षता कर रही जस्टिस प्रतिभा सिंह ने इन याचिकाओं को उस बेंच में लिस्ट करने का आदेश दिया जिसके सदस्य जस्टिस अमित शर्मा नहीं हों।
जामिया हिंसा से जुड़ी कई याचिकाएं हाई कोर्ट में दायर की गई हैं। एक याचिका में जामिया हिंसा की कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच की मांग की गई है। याचिका में इस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और मुआवजे की मांग की गई है।
एक याचिका जामिया हिंसा के दौरान अपनी आंख गंवा चुके एक छात्र मोहम्मद मिन्हाजुद्दीन ने दायर की है। याचिका में मांग की गई है कि केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया जाए कि उसके इलाज का खर्च उठाए। याचिका में उसकी योग्यता के मुताबिक नौकरी की भी मांग की गई है।
एक अन्य याचिका दिल्ली के जामा मस्जिद के इमाम ने दायर की है। याचिका में जामिया हिंसा की जांच की मांग की गई है। इमाम ने याचिका दाखिल कर हिंसा की सीबीआई या एसआईटी से जांच कराने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि 15 दिसंबर 2019 को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया में हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसमें कई बसें और निजी वाहन जला दिए गए थे। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने जामिया युनिवर्सिटी में घुस कर लाठीचार्ज किया था और आंसू-गैस के गोले चलाए थे। इस दौरान कई छात्र घायल हुए थे।
(Udaipur Kiran) / संजय
(Udaipur Kiran) पाश / सुनीत निगम