– सीएम योगी
के विजन के अनुरूप भरा पचपेड़ा को इंडस्ट्रियल रीजन के तौर पर विकसित करने के किए
तैयार की गई विस्तृत कार्ययोजना पर कार्य हुआ शुरू
लखनऊ, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । उप्र की योगी आदित्यनाथ
सरकार में पीलीभीत के भरा पचपेड़ा को औद्योगिक क्षेत्र के तौर वर विकसित करने की
प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। तराई का यह क्षेत्र उत्तराखंड से सटा हुआ है। उत्तर
प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकिरण (यूपीसीडा) द्वारा यहां औद्योगिक क्षेत्र
के विकास से बड़े स्तर पर कायाकल्प होगा।
सीएम योगी
के विजन अनुसार इस क्षेत्र को ट्रांसफॉर्म करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना
तैयार की गई थी। अब इसी कार्ययोजना पर कार्य करते हुए यूपीसीडा 304.83 करोड़ रुपये की लागत से पीलीभीत के भरा
पचपेड़ा को औद्योगिक हब के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है।
दो फेज
में होगी विकास प्रक्रिया, आधारभूत
संरचनाओं का होगा विकास
यूपीसीडा
द्वारा भरा पचपेड़ा क्षेत्र को दो फेज में औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर विकसित किया
जाएगा। पहले फेज में प्रक्रिया के तहत 184.12 करोड़ रुपये तथा दूसरे फेज में 120.71 करोड़ रुपये व्यय करके विकास कार्यों
को पूर्ण किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि निर्माण व विकास कार्यों को पूरा करने के
लिए यूपीसीडा द्वारा रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) माध्यम से आवेदन मांगे गए
हैं। सभी निर्माण कार्यों को इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट व कंस्ट्रक्शन (ईपीसी)
माध्यम से पूरा किया जाएगा तथा एजेंसी निर्धारण के उपरांत 18 महीने के अंदर विकास कार्यों को पूरा
करने की समयावधि तय की गई है। सभी निर्माण कार्यों के डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड
(डीएलपी) के रूप में 36 महीनों की
समयसीमा निर्धारित की गई है जबकि 3 महीने का मेंटिनेंस पीरियड भी डीएलपी
के दौरान ही निर्धारित होगा।
रोड व
ब्रिज वर्क समेत तमाम प्रकार के निर्माण व विकास कार्य होंगे पूर्ण
राज्य
सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि परियोजना के अंतर्गत भरा पचपेड़ा के विकास का जो
खाका खींचा गया है, उसमें सड़कों
व बिज का नेटवर्क भी शामिल है। परियोजना के अंतर्गत चिह्नित औद्योगिक क्षेत्र को 18 से 45 मीटर के सड़कों के जाल से जोड़ा जाएगा।
अर्थ वर्क, रोड
पेवमेंट, रोड लेकर, रोड मार्किंग, साइनेज, ट्रक ले बाय, रोड ड्रनेज वर्क्स, फुटपाथ, मीडियन व जंक्शंस का विकास किया जाएगा।
160 मीटर
लंबाई की 6 लेन युक्त
बड़े ब्रिज का भी निर्माण होगा। एलिवेटेड सर्विस रिजर्वॉयर के साथ ही पोर्टेबल
सप्लाई वाटर नेटवर्क का भी विकास किया जाएगा। बोरवेल व ओपन वेल भी यहां खोदे
जाएंगे। डोमेस्टिक सीवेज कलेक्शन नेटवर्क, सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट, एफिशिएंट पावर सप्लाई तथा इंटरनेट
एक्सेस के लिए ऑप्टिकल फाइबर और वाईफाई जैसी सुविधाओं से भी लैस किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि यहां प्रत्येक प्लॉट को प्लग एंड प्ले फैसिलिटीज से युक्त किया
जाएगा।
(Udaipur Kiran) / दिलीप शुक्ला / मोहित वर्मा