झाड़ग्राम, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । पेड़ काटने को लेकर दो परिवारों के बीच हुआ झगड़ा हत्या तक पहुंच गया था। चार साल पहले पड़ोसी से झगड़े के दौरान पिता-पुत्र ने उस पर डंडे से वार कर दिया था जिसमें उसकी मौत हो गई थी। झाड़ग्राम के एडीजे कोर्ट ने आखिरकार चार साल पुराने उस मामले में सोमवार को सजा का ऐलान कर दिया।
अदालत सूत्रों के अनुसार, जनवरी 2020 में अमृत पात्रा और उनके बेटे मानस पात्रा का झाड़ग्राम के बेलियाबेरा थाना क्षेत्र के खैरीपीडिया निवासी कालीपद पात्रा से विवाद हो गया था पेड़ काटने को लेकर बहस में अमृत और मानस ने अचानक कालीपद पर हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल कालीपद को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। लेकिन वहां से घर लौटने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें फिर जब स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जा रहा था तब कथित तौर पर अमृत और मानस ने फिर रास्ता रोक लिया और कालीपद पर कुदाल से हमला कर दिया। कालीपद लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। पड़ोसियों के चिल्लाने पर आरोपित भाग गया। कालीपद को अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। थाने में हत्या की शिकायत दर्ज करायी गयी। दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। संबंधित मामलों में आरोप पत्र नियत समय पर जमा किया गया था। करीब दो साल बाद चार्ज बने। समय बीतने से पहले झाड़ग्राम के ट्रायल मॉनिटरिंग सेल में केस की ट्रायल मॉनिटरिंग शुरू हो गई। झाड़ग्राम के एडीजे कोर्ट ने सोमवार को संबंधित मामले में सजा का ऐलान किया। कोर्ट ने आरोपित मानस और अमृत को दोषी पाया और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
(Udaipur Kiran) / धनंजय पांडे / गंगा राम