नागदा, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । उज्जैन जिले के नागदा में सोमवार को एक युवती ने एक मुस्लिम युवक सदृदम से लगभग 16 वर्ष पहले हुए निकाह को न्यायालय आदेश पर विवाह विच्छेद का खुलासा किया। वह अपनी मां के साथ पत्रकारों से मुखातिब हुई। साथ ही अब हिंदु धर्म में लौट कर भारतीय संस्कृति के अनुरूप नया जीवन बसाने की घोषणा की। इस मौके पर युवती के पक्ष में अदालत में पैरवी करने वाली अभिभाषक प्रीति श्रीमाल एवं दीपक नेगी भी पत्रकारों के समक्ष उपस्थित हुए।
उन्होंने बताया युवती का न्यायालय से तलाक हो गया है।
पत्रकारों के सवाल पर युवती ने बताया उसके दो बच्चे हैं । एक बालिका जिसकी उम्र 14 वर्ष तथा दूसरा बालक 12 वर्ष का है। ये दोनों बच्चे भी अब उसकी परवरिश में उसकी मां के साथ रहेंगे।
इस अवसर पर एक प्रेस नोट भी पत्रकारों को वितरीत किया गया। जिसमें बताया गया कि युवती कम्मों अब शिवन्या के नाम से जानी जाएगी। अब हिंदु समाज में शादी कर रही है। युवती की जुबानी पत्रकारों के समक्ष मुंह पर कपड़ा बांध कर युवती ने बताया जिस युवक सदृदाम के संग उसका निगाह हुआ था वह इन दिनों कई अपराधों में फसा हुआ है। इन दिनों वह जेल में बंद है। जब वह स्कूल में पढ़ती थी तब सदृदाम मेरी गलिया में चक्कर लगाया करता था। उसने मुझे पिस्टन के बल पर धमकाया करता था। यह बोलता था यदि तुने मुझ से निकाह नहीं किया तो तेरे भाई को मार डालूंगा। मेरे परिवार को भी प्रताड़ित करता था।
निकाह के बाद से मुझे घर से बाहर नहीं निकलने देते थे। सदाम के परिवार के लोग भी मारपीट किया करते थे। अब मैं वापस हिन्दू धर्म में आकर पुर्नविवाह करना चाहती हूं। अब मुझे खुशी है कि वापस हिंदु घर्म में आ गई हूं । अब मुझे कोई डर नहीं है। सदाम जेल में है। धर्म वापसी करने वाली युवती का कहना है कि अब उसे हिंदुवादी संगठन के लोगों का संरक्षण है।
(Udaipur Kiran) / कैलाश स्नोलिया / राजू विश्वकर्मा