वरिष्ठजनों के अनुभव का लाभ हर व्यक्ति उठाए : अरुण साव
बुजुर्ग समाज के गौरव, उनके मार्गदर्शन को आत्मसात कर आगे बढ़ें : तोखन साहू
रायपुर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । उप मुख्यमंत्री अरुण साव तथा केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने आज रविवार को मुंगेली जिले के रामगढ़ में आनंदाश्रम परिसर में नवनिर्मित सियान सदन भवन का लोकार्पण किया। रामगढ़ में करीब 20 लाख की लागत से सर्वसुविधायुक्त सियान सदन भवन का निर्माण किया गया है जिसमें एक हाल, दो कक्ष और दो शौचालय हैं। कार्यक्रम में आनंदाश्रम के 17 वृद्धजनों को शाल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस नवनिर्मित सियान सदन में अब हमारे वरिष्ठजन अपनी विभिन्न गतिविधियों को व्यवस्थित रूप से संचालित कर सकेंगे। वरिष्ठजनों के पास जो अनुभव का खजाना है, उसका लाभ हमारे समाज के प्रत्येक व्यक्ति को मिलना चाहिए। साव ने कहा कि आज का दिन उनके लिए बहुत खास है। जिनके हाथों को पकड़कर वे चलना और पढ़ना सीखे, आज सभी वरिष्ठजन यहां मौजूद हैं। उन्हीं के आशीर्वाद से मैं इस मुकाम तक पहुंचा हूं। उन्होंने सियान सदन परिसर में ट्यूबवेल कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने कार्यक्रम में कहा कि, बुजुर्ग हमारे समाज के गौरव हैं। उनके मार्गदर्शन को आत्मसात करते हुए हम सब अपने समाज और देश का कल्याण कर सकते हैं। उन्होंने रामायण की चौपाई को उद्धृत करते हुए बुजुर्गों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि इस संसार में सबसे बड़े भगवान हमारे माता-पिता और गुरु हैं। आज हम जहां भी पहुंचे हैं, यह सब उन्हीं के आशीर्वाद का फल है। यदि किसी घर में वरिष्ठ लोगों की बात सुनकर युवा का मन प्रफुल्लित हो जाए, तो समझ लो वहां रामराज आ गया।
कार्यक्रम को मुंगेली के कलेक्टर राहुल देव और वरिष्ठ नागरिक संघ के प्रांताध्यक्ष चंद्रप्रकाश देवरस ने भी संबोधित किया। मुंगेली जिला पंचायत के सीईओ प्रभाकर पाण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, मुंगेली नगर पालिका के उपाध्यक्ष मोहन मल्लाह, जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष पवन पाण्डेय और बी.आर. साव ट्रस्ट के अध्यक्ष विनय गुप्ता सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ नागरिक संघ के पदाधिकारी और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में इस दौरान मौजूद थे।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / गायत्री प्रसाद धीवर / चन्द्र नारायण शुक्ल