भागलपुर, 13 जुलाई (Udaipur Kiran) । एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भागलपुर पहुंचे बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव ने शनिवार को सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता की। जिसमें उन्होंने एनएचएम की मांग और बिहार में गिर रहे पुल पुलिया के बारे में पत्रकारों को बताया।
उन्होंने कहा कि जब जब पुल या पुलिया का निर्माण होता है। उस समय नींव डाली जाती है। उस समय सहायक अभियंता को और कार्यपालक अभियंता को रहना चाहिए। ढलाई का जहां काम होता है वहां भी इंजीनियर की टीम को मौके पर रहना चाहिए। इतना ही नहीं दौड़ लगाना चाहिए ताकि कम सही से हो सके। यह इंजीनियर की जिम्मेदारी है कि पुल और पुलिया का निर्माण मजबूत ढंग से किया जा सके। इंजीनियरों की तकनीकी जानकारी होती है। हालांकि बिहार सरकार ऐसे लापरवाह सहायक अभियंता और कार्यपालक अभियंता को चिन्हित कर विभागीय कार्रवाई कर रही है। इसी का नतीजा है कि बिहार में ग्रामीण कार्य विभाग के चार इंजीनियरों को सस्पेंड कर उसके ऊपर सरकार कर्रवाई कर रही है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग के प्रधान सचिव को भी हटाकर नए प्रधान सचिव की नियुक्ति सरकार की ओर से की गई है। वह अपने विभाग में काफी बेहतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने एनएचएम की अनिश्चितकालीन हड़ताल में मूलभूत सुविधाओं की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि सुबह के अस्पतालों में कंपाउंड और नर्स को मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए। टूटे बेंच टूटी कुर्सियां अस्पताल में पानी पीने का आभाव जैसी तमाम दिक्कतें एनएचएम कर्मियों को हो रही है। सरकार को इस और ध्यान आकृष्ट करना चाहि,ए ताकि हमारे अस्पताल कर्मियों को ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। इस मौके पर जदयू जिला मीडिया प्रभारी शिशुपाल भारती मौजूद थे।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर / गोविंद चौधरी