नई दिल्ली, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । राजधानी में बिजली शुल्क में बढ़ोतरी को लेकर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के नेताओं ने सचिवालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने बिजली खरीद समायोजन शुल्क (पीपीएसी) की दरें बढ़ाने को लेकर केजरीवाल सरकार के इस्तीफे की मांग की और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। इस विरोध प्रदर्शन में दिल्ली की आरडब्लूए प्रतिनिधि एवं भाजपा कार्यकर्ता अपने घरों से बिजली बिल लेकर आए और उन्हे सामूहिक रूप से जला कर केजरीवाल सरकार के खिलाफ इस मुहिम से जुड़े। इस प्रदर्शन में सांसद योगेंद्र चंदोलिया, सांसद कमलजीत सहरावत, महामंत्री विष्णु मित्तल, पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी, विधायक विजेन्द्र गुप्ता और मोहन सिंह बिष्ट सहित कई नेता मौजूद थे।
इस मौके पर वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि पीपीएसी का पदार्पण ही दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के कारण हुआ। 2011 में तत्कालीन नागरिक संगठन ऊर्जा एवं केजरीवाल के नये आंदोलन के दबाव में शीला दीक्षित सरकार ने बिजली दरें बढ़ाने की जगह 1.5 प्रतिशत पीपीएसी. लगाया। सचदेवा ने कहा कि भाजपा ने इसका जम कर विरोध किया, कुछ नागरिक संगठन कोर्ट भी गये। 2014 में जब दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा था तब तत्कालीन दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय के साथ आरडब्ल्यूए का प्रतिनिधिमंडल तत्कालीन ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल के पास गया, जिन्होंने पावर डिस्कॉम से बात करके पीपीएसी वसूली पर रोक लगाई।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगस्त 2014 से सितम्बर 2015 तक दिल्ली में बिजली बिलों में पीपीएसी नहीं लगा लेकिन अरविंद केजरीवाल सरकार ने फिर से पीपीएसी लागू किया। पावर डिस्कॉम बार-बार बिजली दरों को बढ़ाने की मांग करती थी। राजनीतिक लाभ के लिए केजरीवाल ने कभी बिजली के प्रति यूनिट रेट नहीं बढ़ने दिये पर पीपीएसी जो 2015 में मात्र 1.7 प्रतिशत था को आज 37 प्रतिशत तक लागू कर दिया । इसी तरह पेंशन सरचार्ज जो 2015 में एक फीसदी था आज 7.5 प्रतिशत है। मीटर चार्ज एवं लोड अधिभार केजरीवाल के 10 साल में तीन गुना तक बढ़े हैं।
सांसद योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि बिजली के दामों में लगातार इजाफा से दिल्ली की जनता को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली की जनता एक ओर पानी के कारण दिल्ली में परेशानी का सामना कर रही है तो दूसरी ओर केजरीवाल ने मुफ्त बिजली का झांसा देकर दिल्ली की जनता को धोखा दिया है। अब भाजपा इस धोखेबाज सरकार को नहीं छोड़ेगी और दिल्लीवालों के हक की लड़ाई लड़ती रहेगी।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी / दधिबल यादव