लखनऊ, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । पिछले छह वर्षों से उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा जेई 2018 भर्ती के अंतिम परिणाम एवं नियुक्ति की राह देख रहे अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमण्डल ने गुरुवार को सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला। अभ्यर्थियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर न्याय दिलाने की मांग की।
ज्ञापन में बताया गया कि अभ्यर्थी लगातार संघर्ष कर रहे हैं। सरकार के सौतेला व्यवहार के विरोध में 300 दिनों तक इको गार्डेन लखनऊ में धरना दिया जा रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि मुख्यमंत्री समेत तमाम मंत्रियों, अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद भी समस्या का कोई हल नहीं निकला।
जेई अभ्यर्थियों ने कहा कि वे सरकार से निराश एवं हताश हैं। मुख्यमंत्री जी समाजवादी सरकार के समय की भर्तियों में चाचा-भतीजे की झूठी कहानी सुनाते हैं। उनके बयान से बहुत पीड़ा पहुंची है, क्योंकि भाजपा सरकार में युवाओं का लगातार उत्पीड़न हो रहा है। जबसे भाजपा की सरकार बनी है तब से एक भी जूनियर इंजीनियर की भर्ती पूरी नहीं हुई है। समाजवादी सरकार में दो भर्तियां सम्पन्न हुई थी। भाजपा सरकार को रोजगार के मामले में कुछ भी बोलने का हक नहीं है। 6 साल से जेई के अभ्यर्थी अभी तक सड़कों पर है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि भाजपा सरकार रोजगार देने के मामले में निकम्मी है, वहीं समाजवादी सरकार में जो लैपटॉप बांटे गए थे, वे आज भी चल रहे हैं और उन्हीं लैपटॉपों से छात्र-छात्राओं का भविष्य संवर रहा है। जेई अभ्यर्थी प्रतिनिधिमण्डल में आकांक्षा तिवारी, अक्षय तिवारी, दीक्षा सिंह, विक्की पचौरी, अजय वर्मा, भूपेन्द्र सिंह, अभिषेक यादव आदि शामिल है।
(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा / राजेश