कोलकाता, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने गुरुवार को कहा कि अन्य रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू) और निजी क्षेत्र की कंपनियों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए अधिक दक्षता की आवश्यकता है। रक्षा राज्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल और सिक्किम निदेशालय के राष्ट्रीय कैडेट कोर (एमसीसी) के साथ हुई बैठक के दौरान कहा, अन्य रक्षा पीएसयू के साथ-साथ अब उच्च गुणवत्ता वाले सैन्य हार्डवेयर का निर्माण कर रही निजी क्षेत्र की कंपनियों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए अधिक दक्षता की आवश्यकता है। रक्षा मंत्रालय अवेल को इसके कुशल, योग्य और अनुभवी कार्यबल का उपयोग करने और संबद्ध प्रतिष्ठानों के साथ सहयोग करने के लिए सभी समर्थन प्रदान करेगा ताकि राष्ट्र की उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
केन्द्रीय मंत्री ने 220 साल पुराने गन और शेल फैक्टरी का भी दौरा किया, जो अब उन्नत हथियार और उपकरण इंडिया लिमिटेड (अवेल) का हिस्सा है। अवेल ने निगमित होने के बाद से 615 करोड़ रुपये की सामग्री का निर्यात किया है, जिसमें मध्यम-कैलिबर हथियार, छोटे हथियार, तोप के हिस्से और गोला-बारूद हार्डवेयर शामिल हैं, जो यूरोप, अमेरिका, मध्य पूर्व और एशिया के कई देशों को निर्यात किए गए हैं।
पश्चिम बंगाल और सिक्किम निदेशालय के एडीजी, मेजर जनरल विवेक त्यागी ने केन्द्रीय मंत्री को कैडेट्स की उपलब्धियों और पश्चिम बंगाल और सिक्किम दोनों में उनके लिए प्रशिक्षण अकादमियों की आवश्यकता के बारे में जानकारी दी। मंत्री ने कैडेट्स की सामाजिक कल्याण और राष्ट्र-निर्माण के प्रति निःस्वार्थ प्रतिबद्धता की सराहना की।
संजय सेठ ने कोलकाता के फोर्ट विलियम स्थित सेना के पूर्वी कमान मुख्यालय का भी दौरा किया और संचालन और रसद पहलुओं पर जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों और सैनिकों से बातचीत की और कठिन परिस्थितियों में भी सेवा देने के दौरान उनके योगदान की सराहना की।
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(Udaipur Kiran) / ओमप्रकाश सिंह / Santosh Madhup / जितेन्द्र तिवारी