शाहजहांपुर, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । गर्रा, खन्नौत व अन्य नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण जनपद के कई हिस्से जलमग्न हो चुके हैं। गुरुवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज में बाढ़ का पानी घुस जाने से राजकीय मेडिकल कॉलेज को खाली कराया गया। वहां भर्ती मरीजों को अन्य अस्पतालों में शिफ्ट करना पड़ा। वहीं, लखनऊ दिल्ली नेशनल हाइवे पर मौजमपुर गांव के पास हाइवे पर बाढ़ का पानी आ जाने पर वाहनों का आवागमन रोक कर उनको रूट डायवर्ड कर निकाला जा रहा है। सुभाष नगर से नगरिया मोड़ रोड भारी जलभराव के कारण जिला प्रशासन को आवागमन पूरी तरह से बंद करना पड़ा।
जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह और पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को दौरा किया। आवास विकास कालोनी में पानी पहुंचाने पर जिलाधिकारी ने बचाव कार्य करने और उमरगंज में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ टीम को निर्देश दिए। स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में जलस्तर बढ़ने पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं प्रिंसिपल को निर्देश दिए कि एंबुलेंस से भर्ती मरीजों को अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके गौतम ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भावल खेड़ा, ददरौल, वरुण अर्जुन, सत्यानंद एवं कृष्ण हॉस्पिटल आदि अस्पतालों में शिफ्ट कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने मरीज को शिफ्ट करने तथा अन्य व्यवस्थाओं की देखरेख करने के लिए महाविद्यालय में दो अतिरिक्त मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई है।
मघई टोला स्थित गौशाला में बाढ़ का पानी पहुंचने पर गोवंश एवं केयर टेकर फंस गए। जिलाधिकारी ने उप नगर आयुक्त को निर्देश दिए कि गोवंशों और केयर टेकरों को तत्काल बाहर निकाला कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए और गौवंशों के चारा-पानी आदि की व्यवस्था की जाए।
(Udaipur Kiran) / अमित कुमार शर्मा / दिलीप शुक्ला