जालौन, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी से ग्रामीण रमेश चंद्र ने ग्राम प्रधान और सचिव पर सरकारी कार्यों में अनियमितता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। जिस पर ग्राम विकास के मंडलीय प्रावधिक परीक्षक ने 24 जून को ग्राम पंचायत अहेता जाकर अभिलेखाें की तकनीकी जांच की। जिसकी जांच आख्या कमिश्नर झांसी विमल कुमार दुबे को प्रस्तुत किया गया।
जांच आख्या में गूल खुदाई, सोकपिट निर्माण न किए जाने, इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य में पाई गई कमियों का जिम्मेदार ग्राम प्रधान अहेता, ग्राम पंचायत सचिव एवं तकनीकी सहायक को माना गया। जिसके बाद कमिश्नर ने सभी पर कुल 69,616 रुपये, जिसमें प्रधान अहेता पर 18031, ग्राम पंचायत सचिव पर 28947 और तकनीकी सहायक पर 22638 रुपये की वसूली की आरसी जारी की है।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय बताया कि जो भी व्यक्ति विकास कार्यों में अनियमितता बरतते पाये जायेंगे और भ्रष्टाचार में लिप्त पाये जायेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। रमेश चंद्र की शिकायत पर हुई जांच में आरोपियों पर 69616 रुपये आरसी काटी गई है। सभी से मुख्य विकास अधिकारी द्वारा वसूली की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा