धमतरी, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । स्कूल शुरू होते ही कलेक्ट्रेट कार्यालय के रिकार्ड रूम में मिसल रिकार्ड समेत अन्य पुरानी दस्तावेज निकालने लोगों की भीड़ लग रही है। फिलहाल इन लोगों को मैनअली पद्धति से मिसल रिकार्ड दिया जा रहा है, लेकिन जल्द ही जिलेवासियों को मिसल रिकार्ड आनलाइन मिलेगा, इसके लिए कमिश्नर लैंड रिकार्ड छत्तीसगढ़ कार्यालय से प्रकि्रया जारी है।
विद्यार्थियों के लिए जाति प्रमाण पत्र बनाना मिसल रिकार्ड के अभाव में सिर दर्द है। मिसल रिकार्ड निकालने के लिए इन दिनों कलेक्ट्रेट कार्यालय के रिकार्ड रूम में धमतरी, कुरूद, मगरलोड और नगरी ब्लाक के लोगों की भीड़ पहुंच रहे हैं, क्योंकि स्कूलों में बच्चों को जाति व निवास प्रमाण पत्र मंगाया जा रहा है, ऐसे में पालक जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए मिसल रिकार्ड निकलवा रहे हैं, ताकि जाति प्रमाण पत्र बन सके। मैनुअल पद्धति से रिकार्ड पालकों को उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन जल्द ही मिसल रिकार्ड व सालों पुराना अन्य दस्तावेज लोगों को आनलाइन सुविधा से मिलने लगेगा। इसके लिए कमिश्नर लैंड रिकार्ड छत्तीसगढ़ कार्यालय से प्रकि्रया जारी है। आनलाइन मिसल रिकार्ड मिलने की प्रकि्रया शुरू होने के बाद लोगों को जिला मुख्यालय के रिकार्ड रूम तक आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। समय व रुपये की बचत होगी। लोगों को अब मिसल रिकार्ड आनलाइन मिलने का इंतजार है। मिसल रिकार्ड, 1997-1998 का खसरा, बी-वन समेत अन्य दस्तावेज निकालने कलेक्ट्रेट कार्यालय के रिकार्ड रूम पहुंचे कुरूद क्षेत्र के ग्राम मोतिमपुर निवासी संतूलाल धृतलहरे, कुंडेल के अंगेश्वर कुमार, चिम्मन लाल आदि ने कहा कि जल्द ही यह सुविधा आनलाइन मिलें, इससे लंबी दूरी के सफर करने से निजात मिलेगी। रुपये और समय की बचत होगी। साथ ही मिसल रिकार्ड समेत अन्य दस्तावेज निकालने हो रही परेशानियों से छुटकारा मिलेगी। आनलाइन सुविधा शुरू होने से लोगों को गांव में ही मिसल रिकार्ड मिल जाएगा और विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र आसानी से बनना शुरू हो जाएगा। आनलाइन मिसल रिकार्ड के संबंध में एनआईसी अधिकारी उपेन्द्र सिंह चंदेल ने बताया कि कमिश्नर लैंड रिकार्ड छत्तीसगढ़ कार्यालय से प्रकि्रया जारी है। इसका लाइव हो चुका है।
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(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा / गायत्री प्रसाद धीवर