Chhattisgarh

गंगरेल बांध के बारह गेट से छोड़ा जा रहा 96 हजार क्यूसेक पानी

रूद्री बांध के भी सभी गेट खुले, महानदी में छोड़ा जा रहा है पानी

धमतरी, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । कांकेर व धमतरी जिले में हुई अच्छी बारिश से गंगरेल बांध सावन के बाद अब भादो माह में एक बार फिर लबालब हो गया है। एक जून से अब तक हुई बारिश के इस पूरे सीजन में सबसे ज्यादा पानी 10 सितंबर को गंगरेल बांध में कैचमेंट क्षेत्र से एक लाख 35 हजार क्यूसेक तक पानी की आवक हुई, तो बांध के 12 गेट खोलकर प्रति सेकेंड 96 हजार क्यूसेक पानी रूद्री बांध में छोड़ा जा रहा है। इधर रूद्री बांध के सभी गेट खोलकर महानदी में तेजी के साथ पानी बहाया जा रहा है।

पानी छोड़ने से पहले नदी किनारे गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को नदी में नहीं जाने समझाईश दी गई, ताकि बाढ़ में कोई न फंसे। 10 सितंबर को जिले के प्रमुख गंगरेल बांध में कैचमेंट क्षेत्र से जब पानी की आवक एक लाख 35 हजार क्यूसेक तक पहुंच गई, तो बांध से पानी छोड़ने के लिए सुबह 11.30 बजे से ही जल संसाधन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने सायरन बजाना शुरू कर दिया। सबसे पहले तीन गेट से 5000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, फिर आधे-आधे घंटे के अंतराल में पांच-पांच हजार क्यूसेक बढ़ाते गए। दोपहर बाद बांध के 12 रेडियल गेटों से पानी छोड़ना शुरू कर दिया। शाम सात बजे बांध के 11 गेटों से 96000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। जबकि गंगरेल बांध में 96.06 प्रतिशत जलभराव हो गया था। बांध में 31.84 टीएमसी से अधिक पानी भरने के बाद बांध लबालब हो गए। गंगरेल बांध से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ने के बाद रूद्री बांध के सभी गेट खोलकर महानदी में बड़ी मात्रा में पानी बहाया जा रहा है।

मुरूमसिल्ली बांध में क्षमता से अधिक पानी भरा

वनांचल क्षेत्रों में हुई अच्छी बारिश के बाद मुरूमसिल्ली बांध में भी 11881 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है। इससे बांध का जलभराव क्षमता से अधिक 5.978 टीएमसी हो चुका है, जो 102.39 प्रतिशत जलभराव है। बांध लबालब होने के बाद यहां के सभी सायफन गेटों से 9382 क्यूसेक और हेड रेगुलेटर से दो हजार क्यूसेक पानी बहाया जा रहा है, जो गंगरेल बांध आ रहा है। दुधावा बांध भी 98.80 प्रतिशत भर चुका है। बांध में 10.072 टीएमसी जलभराव हो चुका है। क्षेत्र में अच्छी वर्षा होने से दुधावा बांध में भी 20783 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है। जबकि बांध से आवक के करीब ही 19920 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसी तरह सोंढूर बांध में भी 5.404 टीएमसी पानी भर चुका है और बांध में पानी की आवक 2688 क्यूसेक हो रही है। जबकि बांध से इतना ही पानी छोड़ा जा रहा है।

दूसरे दिन थम गई बारिश

एक जून से अब तक जिले में 973.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। धमतरी तहसील में 959.8 मिमी, कुरूद में 827.3 मिमी, मगरलोड में 746.3 मिमी, नगरी में 1221.2 मिमी, भखारा में 766.8 मिमी, कुकरेल में 1057.6 मिमी और बेलरगांव तहसील में सबसे अधिक 1235. 8 मिमी वर्षा हुई है। इसी तरह बारिश के पूरे सीजन में जिले के बेलरगांव तहसील में अभी तक सबसे अधिक वर्षा हुई है और दूसरे नंबर पर नगरी तहसील में वर्षा हुई है। नौ सितंबर को हुई अच्छी बारिश से जिले के नदी-नाले ऊफान पर है। गलियों व सड़कों पर दूसरे दिन मंगलवार को सुबह तक पानी भरा रहा। कई सरकारी दफ्तर जैसे महिला एवं बाल विकास विभाग, लाइवलीहुड कालेज, जनपद पंचायत परिसर में पानी भरा रहा। इसी तरह कई अन्य विभागों के परिसरों में पानी भरा रहा।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

Most Popular

To Top