Gujarat

बारिश से राज्य में 9 लोगों की मौत, 535 लोगों का रेस्क्यू

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-वर्षा, बांधों में पानी और सड़कों की स्थिति के संबंध में सर्वग्राही समीक्षा की गई

गांधीनगर, 24 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में बुधवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में वर्तमान में पूरे राज्य में व्यापक और सौराष्ट्र–कच्छ में भारी वर्षा के कारण उत्पन्न स्थिति की सर्वग्राही समीक्षा की गई। राज्य में बुधवार शाम 06 बजे तक 461.22 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो औसत वर्षा के मुकाबले 52.23 फीसदी है। बारिश से राज्य में 9 लोगों की मौत हुई है, जबकि 535 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।

इस संबंध में विस्तृत ब्यौरा देते हुए प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने भारी वर्षा के कारण जिन जिलों और क्षेत्रों में जलभराव और संपत्ति के नुकसान की विकट स्थिति पैदा हुई है, वहां संबंधित प्रभारी मंत्रियों को राहत और बचाव कार्यों में जिला प्रशासन के मार्गदर्शन के लिए पहुंचने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, मंत्रिमंडल की बैठक में सड़क, बांध, बिजली, जलापूर्ति और खेतीबाड़ी को हुए नुकसान सहित तमाम मुद्दों की गहराई से समीक्षा की गई।

राज्य में बुधवार शाम 06 बजे तक 461.22 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो औसत वर्षा के मुकाबले 52.23 फीसदी है। राज्य में कच्छ क्षेत्र में सर्वाधिक 75.50 फीसदी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जबकि उत्तर गुजरात में 26.71 फीसदी, पूर्व मध्य गुजरात में 31.38 फीसदी, सौराष्ट्र में 73.36 फीसदी और दक्षिण गुजरात में 62.04 फीसदी वर्षा दर्ज की गई है। राज्य की 74 तहसीलों में 500 मिमी. से अधिक वर्षा हुई है।

बारिश के दौरान 9 लोगों की मौत, 535 लोगों का रेस्क्यू

प्रवक्ता मंत्री ने बताया कि वर्षा ऋतु के दौरान अब तक राज्य के 7 जिलों में कुल 4238 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है तथा 535 नागरिकों का रेस्क्यू किया गया है। राज्य में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 13 तथा राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 20 टीमों को तैनात किया गया है। वहीं, एनडीआरएफ की 2 टीमों को रिजर्व के तौर पर रखा गया है। 23 जुलाई को देवभूमि द्वारका में 03, बनासकांठा में 02, कच्छ में 02, राजकोट में 01 और सूरत में 01 सहित कुल 09 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से कुछ मौतें बिजली गिरने से और कुछ पानी में बहने के कारण हुईं है।

5817 गांवों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित

वर्षा के चलते 5817 गांवों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई थी, जिनमें से 5796 गांवों में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई है। साथ ही, 11,358 फीडरों में से 11,037, 5255 खंभों में से 4211 और 317 ट्रांसफार्मर सेंटर में से 184 को भी बहाल कर दिया गया है। बरसात से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों में से 30 को पूर्ववत कर दिया गया है, जिनमें 02 राज्य की सड़कें, 23 पंचायत की और 05 अन्य सड़कें हैं।

51 बांधों को हाई अलर्ट पर रखा गया है

राज्य के विभिन्न बांधों में पानी की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए मंत्री ने कहा कि अभी राज्य में सरदार सरोवर नर्मदा बांध के अंतर्गत 1,82,444 एमसीएफटी (मिलियन क्यूबिक फीट) पानी का संग्रह हो चुका है, जो कुल क्षमता का 54.61 फीसदी है। राज्य के अन्य 206 जलाशयों में कुल 2,36,849 एमसीएफटी जल संग्रह हुआ है, जो क्षमता का 42.28 फीसदी है। कुल क्षमता का सौ फीसदी भर चुके बांधों की संख्या 46, जबकि 70 से 100 फीसदी भर चुके बांधों की संख्या 25 और 50 से 70 फीसदी तक भर चुके बांधों की संख्या 41 तथा 25 फीसदी से कम भरे बांधों की संख्या 69 है। राज्य के 206 बांधों में से 51 बांधों को हाई अलर्ट पर, 8 बांधों को अलर्ट और 12 बांधों को वार्निंग स्टेज पर रखा गया है। प्रवक्ता मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ने राज्य में भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हुईं सड़कों और कोज-वे की पानी उतरने ही तुरंत मरम्मत कर समग्र परिस्थिति को बहाल करने के निर्देश दिए हैं।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय / आकाश कुमार राय

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