मंडी, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उपायुक्त अपूर्व देवगन ने कहा कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से मंडी में आधुनिक पोर्टेबल एक्स-रे मशीन उपलब्ध हुई है। इस मशीन का उपयोग जिला के दूरदराज क्षेत्रों में कैंप लगाकर क्षय रोगियों की पहचान के लिए किया जा रहा है, जिससे टीबी रोग उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता दर में वृद्धि होगी।
उपायुक्त बुधवार को जिला परिषद सभागार में क्षय रोग उन्मूलन अभियान के अंतर्गत 81 ग्राम पंचायतों को क्षय रोग मुक्त पंचायत घोषित करने के लिए आयोजित पंचायत अवार्ड और सर्टिफिकेशन समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों, और सभी योगदानकर्ताओं का धन्यवाद किया।
उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की कि ग्राम पंचायतों को तंबाकू मुक्त करने की दिशा में भी प्रयास किए जाएं। इसके लिए सरकार, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सहयोग करेगा। उन्होंने बताया कि जिला की तंबाकू मुक्त घोषित होने वाली ग्राम पंचायतों को सरकार द्वारा विकास कार्यों के लिए पांच लाख रुपये की राशि प्रोत्साहन स्वरूप दी जाएगी।
जिला मंडी की क्षय रोग मुक्त पंचायतों में विकास खंड बल्ह की 6, बाली चौकी की 2, चौंतड़ा की 10, चुराग की 7, धनोटू की 8, धर्मपुर की 10, द्रंग की 10, गोहर की 11, गोपालपुर की 8, करसोग की 4, मंडी सदर की 2, निहरी की 1, और सुंदरनगर विकास खंड की 2 पंचायतें शामिल हैं।
उपायुक्त ने क्षय रोग मुक्त घोषित 81 ग्राम पंचायतों के प्रधानों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार भारद्वाज ने टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि जिले की 92 ग्राम पंचायतों ने इस कार्यक्रम के अंतर्गत क्षय रोग मुक्त पंचायत का दावा किया था, जिनमें से 81 पंचायतें सरकार द्वारा निर्धारित 6 मापदंडों को पूरा कर पाई हैं।
डॉ. अरिंदम रॉय, जिला क्षय रोग कार्यक्रम अधिकारी, ने टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। इस समारोह में सभी 81 ग्राम पंचायतों के प्रधान, उप-प्रधान, डॉ. नरेंद्र कुमार भारद्वाज, डॉ. अरिंदम रॉय, अंचित डोगरा (जिला पंचायत अधिकारी), लोक सिंह नेगी (जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी), और जिला क्षय रोग केंद्र के कर्मचारी शामिल रहे।
(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा