Jammu & Kashmir

कटरा में रोपवे परियोजना के खिलाफ 72 घंटे की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी

कटरा में रोपवे परियोजना के खिलाफ 72 घंटे की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी

जम्मू, 23 नवंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन करने आए सैकड़ों तीर्थयात्रियों को शनिवार को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा क्योंकि प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ स्थानीय हितधारकों की 72 घंटे की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही।

अधिकारियों ने बताया कि दुकानदारों, टट्टू और पालकी मालिकों ने शुक्रवार को हड़ताल शुरू की क्योंकि उन्हें आशंका है कि रोपवे परियोजना से वे बेरोजगार हो जाएंगे। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने हाल ही में इसी तरह के विरोध के कारण परियोजना को स्थगित करने के बाद मंदिर तक 12 किलोमीटर के ट्रैक के साथ ताराकोट मार्ग से सांझी छत के बीच 250 करोड़ रुपये की यात्री रोपवे परियोजना को आगे बढ़ाने का फैसला किया। अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्रियों के लिए आधार शिविर कटरा शहर में दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले रहे जबकि ट्रेक रूट के किनारे के दुकानदारों ने दूसरे दिन भी अपनी दुकानें बंद रखीं। टट्टू और पालकी मालिक भी नदारद रहे जिससे कई तीर्थयात्रियों को अपनी यात्रा के दौरान कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

प्रदर्शनकारी कटरा शहर के शालीमार पार्क में एकत्र हुए और मंदिर बोर्ड के फैसले के खिलाफ नारे लगाते हुए शांतिपूर्ण धरना दिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह जामवाल ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि रोपवे परियोजना अगले दो वर्षों में पूरी हो जाएगी और इससे सेवा प्रदाताओं के लिए आजीविका कमाने का अवसर खत्म हो जाएगा। सरकार को इस परियोजना से प्रभावित होने वाले गरीब मजदूरों के लिए उचित पुनर्वास योजना बनानी चाहिए। प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति के लिए 20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता का सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि वे भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए रविवार को मिलेंगे। दुकानदार और टट्टू और पालकी मालिक – जो नियमित रूप से हजारों तीर्थयात्रियों की सहायता करते हैं आशंकित हैं कि रोपवे उन्हें बेरोजगार कर देगा।

दुकानदार संघ के नेता प्रभात सिंह ने कहा कि हम कटरा में रोपवे परियोजना को लागू नहीं होने देंगे। हम इसके खिलाफ तीन साल से लड़ रहे हैं। हमें पहले आश्वासन दिया गया था लेकिन अब वे इस परियोजना को आगे बढ़ा रहे हैं। इस परियोजना से क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचने की बात कहते हुए सिंह ने कहा कि हजारों परिवार व्यापारिक प्रतिष्ठानों और तीर्थयात्रियों के लिए सेवाओं से होने वाली आय पर निर्भर हैं।

उन्होंने कहा कि हमने 72 घंटे की हड़ताल शुरू कर दी है। अगर वे परियोजना को स्थगित करने की हमारी मांग नहीं मानते हैं तो हम हड़ताल जारी रखेंगे। पिछले हफ्ते तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित और तेज यात्रा की सुविधा के लिए तीर्थ बोर्ड ने लंबे समय से प्रतीक्षित रोपवे परियोजना के कार्यान्वयन की घोषणा की थी।

(Udaipur Kiran) / सुमन लता

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