
नैनीताल, 8 मई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुपालन में जनपद नैनीताल में जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण के द्वारा 100 वर्गगज से कम क्षेत्रफल वाले भूखण्डों और निर्माण कार्यों के सत्यापन का विशेष अभियान लगातार चलाया जा रहा है।
इसी क्रम में प्राधिकरण की टीम ने भवाली और नैनीताल नगर क्षेत्र में व्यापक स्तर पर सर्वेक्षण और भौतिक सत्यापन किया। इस दौरान नैनीताल-भवाली में 65 भवन नियम विरुद्ध पाये गये। इस अभियान में भवाली के रेहड़ क्षेत्र में प्राधिकरण सचिव विजयनाथ शुक्ल के नेतृत्व में 40 भवनों का निरीक्षण किया गया, जिनमें कोई भी भवन स्वीकृत मानचित्र के आधार पर निर्मित नहीं पाया गया। सभी निर्माण कार्य अनाधिकृत और नियमों के विरुद्ध पाए गए। कुछ भवनों में स्वामित्व और उपयोगकर्ता अलग-अलग पाए जाने से उपयोग में विसंगतियां भी सामने आईं।
वहीं नैनीताल नगर क्षेत्र में पूर्व में चिन्हित किए गए 25 भवनों के स्वामियों को नियमों का उल्लंघन करने पर नोटिस जारी किए गए हैं। प्राधिकरण सचिव ने बताया कि इन भवन स्वामियों को मानचित्र स्वीकृति व अन्य औपचारिकताएं पूरी करने का अवसर दिया गया है, निर्धारित समय सीमा में अपेक्षित कार्यवाही न होने की स्थिति में भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जाएगी। बताया कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य अवैध निर्माण, भू-अवरोध तथा भूखण्डों की अवैध खरीद-फरोख्त पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करना है। प्राधिकरण की टीम स्थानीय नागरिकों को यह भी जागरूक कर रही है कि भवन निर्माण से पूर्व स्वीकृत मानचित्र अवश्य प्राप्त करें और किसी प्रकार के उल्लंघन से बचें।
गाड़ी पड़ाव में वास्तविक आवंटी चला रहे दुकान
नैनीताल। नैनीताल नगर पालिका की टीम नगर में गत दिनों 12 वर्षीय बालिका के साथ 75 वर्षीय बुजुर्ग द्वारा की गयी अमानवीय घटना के बाद अपनी दुकानों के सत्यापन के लिये अभियान चला रही है। इस कड़ी में मल्लीताल के गाड़ीपड़ाव क्षेत्र में 295 दुकानों में से 50 का सत्यापन किया गया, जिनमें अधिकांश दुकानें वास्तविक आवंटियों द्वारा ही संचालित पाई गईं। कुछ मामलों में शिकायतें थीं कि आवंटियों ने दुकानें बाहरी व्यक्तियों को किराए पर दी हैं। अधिशासी अधिकारी दीपक गोस्वामी ने बताया कि नगर में लगभग 500 दुकानों का सर्वे किया जाना प्रस्तावित है, तथा नियमों का उल्लंघन करने वाले आवंटियों पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
