Jharkhand

दुमका में विषाक्त  मध्याह्न भोजन खाकर 60 बच्चों की बिगड़ी तबीयत, भर्ती

बच्चों की स्वास्थ्य की जायजा लेते डॉ लुइस मरांडी।

दुमका , 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के मसलिया प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय मोहनपुर में शुक्रवार को विषाक्त मध्याह्न भोजन खाकर करीब 60 छोटे बच्चों की तबीयत बिगड़ जाने से विद्यालय में अफरातफरी मच गई। इसकी सूचना मसलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक को होने पर चिकित्सक डॉ विकास कुमार टीम सहित विद्यालय पहुचकर उपरोक्त सभी बच्चों को इलाज के लिए तीन एम्बुलेंस के सहारे मसलिया स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।

जांच सभी बच्चों का इलाज चालू है। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि ससमय बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र लाए जाने के कारण बच्चों को इलाज के पश्चात बच्चे खतरे से बाहर है। हालांकि अभी सभी बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र में ही रखकर देखभाल किया जाएगा। इस घटना की सूचना थाना प्रभारी अनिल कुमार टुडु, सहित बीडीओ अजफर हसनैन, अंचलाधिकारी रंजन यादव एवं प्रखंड प्रमुख बासुदेव टुडु हो होने उपरोक्त सभी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुचकर बच्चों की स्वास्थ्य की जानकारी ली। साथ ही बीडीओ अजफर हसनैन ने घटना के बारे में मौकेपर उपस्थित उच्च विद्यालय मोहनपुर के शिक्षक दिलीप कुमार मिश्र से जानकारी ली। इसमें शिक्षक मिश्र ने बताया कि मध्याह्न भोजन के समय पहला बचमे करीब 50 बच्चे भोजन कर रहा था। भोजन करने के कुछ देर बाद ही बच्चों की तवियत बिगड़ने लगा। जिसमे कुछ बच्चे उल्टी, किसी की गला में जलन, किसी की पेट दर्द आदि लक्षण दिखाई देने लगा। इसको देखते हुए स्वास्थ्य केंद्र मसलिया में सूचना देते हुए बाकी बचे बच्चों को भोजन करने से रोक दिया गया।इधर बीडीओ डॉ सुनील कुमार को निर्देश दिया बच्चों को घर भेजने के पश्चात संबंधित क्षेत्र के एएनएम एवं सहिया द्वारा बच्चों की मॉनिटरिंग कराया जाय।

सूचना मिलने पर पूर्व विधायक डॉ लुइस मरंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मसलिया पहुंचकर सभी बच्चों की स्वास्थ्य की जायजा लिया। इस घटना की जानकारी विद्यालय के उपस्थित शिक्षकों को होने पर बच्चों को वैसे स्थिति में छोड़कर विद्यालय से भाग खड़े हुए। इस घटना को लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुचे बच्चों की अभिभावकों ने बताया कि पूर्व में भी इस विद्यालय में यह घटना घट चुकी है। फिर भी शिक्षक इस पर गंभीर नही है। रसोई घर गंदगी से भरा हुआ है। ऐसे परिस्थिति में अब बच्चों को विद्यालय भेजने में चिंता की बात है।

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(Udaipur Kiran) / नीरज कुमार

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