पूर्वी चंपारण,03 जून (Udaipur Kiran) । जिले के रक्सौल से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां प्रेम प्रसंग के चलते एक छह वर्षीय मासूम की जान ले ली गई। सात दिन पूर्व रक्सौल से लापता हुए बच्चे आयुष की गुमशुदगी के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। थाना में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के बाद पुलिस और परिजन उसकी खोज में लगातार लगे हुए थे।
गायब होने के दिन से ही एक और व्यक्ति, मनोहर नामक व्यक्ति भी लापता था। मनोहर एक आशा कार्यकर्ता रेणु देवी का पति है। यह संयोग नहीं, संदेह का विषय बन गया और परिजनों को शक होने लगा। इसी बीच जोकियारी पंचायत के मुखिया राजु महतो की मदद से मनोहर की तलाश शुरू की गई। जांच में पाया गया कि मनोहर नेपाल के नारायणघाट में छिपा हुआ है।
मुखिया राजु महतो के साथ परिजन नेपाल पहुंचे और मनोहर को पकड़ लिया। पूछताछ में मनोहर ने जो बताया, उससे सबके होश उड़ गए। मनोहर ने स्वीकार किया कि उसने आयुष को नारायणी नदी में पुल से नीचे फेंक दिया। जब उससे कारण पूछा गया, तो उसने बताया कि उसके अनुसार, प्रेम राज ने उसकी पत्नी को उससे दूर कर दिया था, इसलिए उसने प्रेम से बदला लेने के लिए उसके बेटे को मार डाला। गौरतलब है कि रेणु देवी जोकियारी पंचायत की आशा कार्यकर्ता हैं और प्रेम राज रक्सौल अनुमंडलीय अस्पताल में दवा वितरण का कार्य करता है। इनके बीच प्रेम संबंध की चर्चा लंबे समय से थी, जिस पर कई बार पंचायत भी हुई। मुखिया राजु महतो और सरपंच मुस्तजाब आलम द्वारा कई बार दोनों को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन इनका प्रेम संबंध बना रहा। इसी प्रेम प्रसंग से नाराज होकर मनोहर ने इस दर्दनाक वारदात को अंजाम दिया। उसने आयुष को अगवा कर नेपाल ले जाकर नदी में फेंक दिया। सात दिन तक लापता रहने के बाद जब मनोहर को गिरफ्तार किया गया, तब जाकर यह सच सामने आया। फिलहाल पुलिस ने मनोहर को हिरासत में ले लिया है और मामले की सच्चाई की जांच के लिए उसे जोकियारी पंचायत के मुखिया के साथ नारायणघाट ले जाया गया है। रक्सौल थानाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि मनोहर के बयान की सत्यता की जांच की जा रही है और आयुष की तलाश के लिए नेपाल में छानबीन जारी है।
यह घटना न सिर्फ एक मासूम की जान चली जाने का मामला है, बल्कि यह समाज में प्रेम प्रसंग और पारिवारिक विघटन के गंभीर परिणामों को भी उजागर करती है।
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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार
