
रायगढ़, 16 जून (Udaipur Kiran) ।कोतरारोड थाना क्षेत्र में हुए ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। एक व्यक्ति की रहस्यमयी मौत के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए हत्या को दुर्घटना दिखाने की गहरी साजिश को बेनकाब कर दिया है। कोतरारोड़ पुलिस ने सभी 6 आरोपितों -किशन सिदार उर्फ भूरू (22 वर्ष ), लक्ष्मीन सिदार (35 वर्ष ), डिलेश्वर सिदार (40वर्ष ), सत्यनारायण सिदार (29वर्ष ), कृपाराम सिदार (32वर्ष ) और विधि से संघर्षरत एक बालक को आज गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा है ।
ज्ञात हो कि चार जून को मेडिकल कॉलेज रायगढ़ से पुलिस को उसरौट निवासी 24 वर्षीय जलेश्वर सारथी की मौत की सूचना मिली थी, प्रारंभिक मर्ग जांच में यह जानकारी सामने आई कि मृतक को आखिरी बार 2 जून की रात गांव के ही सत्यनारायण सिदार के घर देखा गया था। कुछ ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि किशन सिदार उर्फ भूरू नामक युवक गांव के नाले की रेलिंग पर पानी छिड़कते हुए देखा गया था। पुलिस द्वारा भूरू से सघन पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह सत्यनारायण सिदार के कहने पर मृतक जलेश्वर के खून से सने जूते और नाले की रेलिंग पर पानी डालकर सबूत मिटा रहा था। इस खुलासे के बाद जब पुलिस ने सत्यनारायण को फिर से कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने कबूल किया कि 2-3 जून की रात वह और उसका भाई कृपाराम सिदार झगड़ा विवाद हो रहे थे, उसी समय जलेश्वर बीच बचाव करने आया था। जिसे सत्यानारायण ने अपने ही घर के आंगन में टांगी से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था और उसे मृत समझकर घर के लोगों ने घटना को एक्सीडेंट का रूप देने की साजिश रची गई।
इस साजिश में सत्यनारायण के साथ उसके भाई कृपाराम, डिलेश्वर, भाभी लक्ष्मीन सिदार और एक विधि से संघर्षरत बालक भी शामिल था। इन सभी ने मिलकर घायल जलेश्वर को घर के पीछे से उठाकर गांव के नाले के पास ले जाकर लिटा दिया और फिर किशन सिदार उर्फ भूरू को रूपये का लालच देकर छिड़काव मशीन से खून के सबूत मिटवाए।
आरोपितों के खिलाफ थाना कोतरारोड़ में अपराध क्रमांक 264/25 धारा 103(1), 238, 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त टांगी, खून साफ करने में प्रयुक्त कीटनाशक छिड़काव मशीन समेत घटना में पहने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं।
(Udaipur Kiran) / रघुवीर प्रधान
