
जम्मू, 9 मार्च (Udaipur Kiran) । राजपूत रेजिमेंट की 5वीं बटालियन ने परगवाल में एक भव्य और गरिमापूर्ण स्मरणोत्सव के साथ अपनी 200वीं वर्षगांठ मनाई। समारोह की शुरुआत पुष्पांजलि समारोह से हुई जिसके बाद रेजिमेंट के गौरवशाली इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सम्मानित दिग्गजों के साथ बातचीत हुई।
इस कार्यक्रम में मेजर जनरल एस.एस. जाखड़ (सेवानिवृत्त) और कर्नल दहिया की उपस्थिति ने सम्मान को बढ़ाया जिन्होंने रेजिमेंट की समृद्ध विरासत और राष्ट्र की सेवा में इसके अनगिनत बलिदानों को श्रद्धांजलि दी। स्मरणोत्सव का एक महत्वपूर्ण क्षण स्वर्गीय कैप्टन संजीव दहिया को याद करना था जो एक बहादुर अधिकारी थे। उन्होंने 1999 में ऑपरेशन विजय के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी। उनके सम्मान में पुष्पांजलि अर्पित की गई और उनकी बहादुरी और अटूट समर्पण को श्रद्धांजलि के रूप में प्रार्थना की गई।
दिग्गजों के साथ बातचीत के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने भूतपूर्व सैनिकों और युद्ध नायकों से बातचीत की और उनके निस्वार्थ योगदान को स्वीकार किया। चर्चाओं में 1999 से 2003 के बीच ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन रक्षक और ऑपरेशन पराक्रम जैसे प्रमुख अभियानों में राजपूत रेजिमेंट की 5वीं बटालियन की शानदार सेवा, विशेष रूप से परगवाल सेक्टर में इसकी विशिष्ट भूमिका पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम ने बटालियन की साहस, बलिदान और राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता की स्थायी विरासत की पुष्टि की। एक दृढ़ संकल्प के साथ समापन करते हुए, रेजिमेंट ने अपने लोकाचार को बनाए रखने और देश की सेवा में उत्कृष्टता की अपनी परंपरा को जारी रखने का संकल्प लिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
