रायपुर, 4 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ में लगभग 7 हजार स्कूलों में से 1140 स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन में देर की है, जिनमें से 587 स्कूल ने अब तक एक भी बच्चों का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। 587 स्कूल ने अब तक एक भी बच्चों का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। इसके अलावा 553 स्कूलों में किसी में 5 तो किसी में 10 बच्चों का पंजीयन (रजिस्ट्रेशन) नहीं हुआ है। पंजीयन ना होने पर इन स्कूलों में अध्ययनरत छात्र बोर्ड परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे।माध्यमिक शिक्षा मंडल की सचिव पुष्पा साहू ने यह जानकारी दी है।
सचिव ने बताया है कि स्कूलों को लेट फीस के साथ एक और मौका दिया गया है. अब 6 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 31 अगस्त के बाद से प्रति दिन 1 हजार रुपये लेट फीस जमा करना होगा।उन्होंने जानकारी दी है कि रजिस्ट्रेशन के लिए लगने वाला लेट फीस बच्चों के हिसाब से नहीं बल्कि प्रत्येक स्कूल प्रबंधन को देना होगा।यह शुल्क बच्चों से नहीं बल्कि स्कूलों को देना होगा।सचिव ने बताया कि विलम्ब के आधार पर प्रतिदिन के हिसाब से एक हजार रुपये शुल्क तय किया गया है।
उन्होंने बताया कि, रजिस्ट्रेशन के लिए पहले 18 जून से लेकर 16 अगस्त तक आवेदन करने का समय दिया गया था। इस अवधि को बढ़ाते हुए 31 अगस्त तक का समय बढ़ाया गया।शिक्षा मण्डल के पोर्टल के माध्यम से जानकारी स्कूलों तक पहुंचाई गई।इसके बाद मैसेज के माध्यम से स्कूलों को सूचित किया गया फिर स्कूलों को पत्र भी भेजा गया था। इसके बावजूद भी इन लापरवाह स्कूलों ने बच्चों का पंजीयन नहीं कराया है। सचिव ने बताया है कि स्कूलों को लेट फीस के साथ एक और मौका दिया गया है. अब 6 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 31 अगस्त के बाद से प्रति दिन 1 हजार रुपये लेट फीस जमा करना होगा।
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(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा