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वाराणसी, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । सावन माह के पहले सोमवार पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में सिर्फ 21 यादव बंधुओं के जलाभिषेक की अनुमति से समाज में नाराजगी है। इस संबंध में मंदिर प्रशासन ने बताया कि 21 लोगों के जलाभिषेक के निर्णय के बाद भी लगभग 45 यादव बंधुओं ने मंदिर के गर्भगृह में जलाभिषेक किया। सुचारू व्यवस्था बनाने में अधिकतर समाज के लोगों ने झांकी दर्शन कर दुग्धाभिषेक और जलाभिषेक किया।
प्रथम सोमवार के चलते धाम में भारी संख्या में श्रद्धालुओं की मौजूदगी के चलते थोड़ा समय लगने से कुछ बीस-तीस यादव बंधु झांकी दर्शन कर निकल गये। बाकी यादव बंधुओं ने व्यवस्था बनाने में भी पूरा सहयोग किया। यादव समाज ने परम्परा का निर्वहन दरबार में हर्षोल्लास के साथ किया। मंदिर प्रशासन के अनुसार यादव समाज के सभी श्रद्धालुओं को पारंपरिक लाइन के अतिरिक्त भी उनको अलग से लाइन बनाकर ढूँढीराज जी गेट से धाम के अंदर लाया गया। मंदिर में सुचारू व्यवस्था में अधिकतर लोगों ने झांकी दर्शन कर दुग्धाभिषेक और जलाभिषेक किया। बताया गया कि धाम में श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या की वजह से गर्भगृह में प्रवेश करने के लिए कुछ यादव बंधु लाइन रोक कर पहले गर्भगृह में जलाभिषेक करना चाहते थे। इसके लिए लाइन रोकने में लगने वाले समय से नाराज़ हो कर कुछ लोग झांकी दर्शन करके ही निकल गये। वहाँ सुरक्षा कर्मियों के अनुरोध पर अगर वे कुछ समय इंतज़ार कर लेते तो उन्हें भी दर्शन कराया जा सकता था।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी / दिलीप शुक्ला
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