Haryana

हिसार :किसान दिवस कार्यक्रम में सम्मानित होंगे प्रदेश के 40 प्रगतिशील किसान

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज।

कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरी मत्स्य पालन मंत्री श्याम सिंह राणा होंगे मुख्य अतिथिहिसार, 21 दिसंबर (Udaipur Kiran) । यहां के हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 23 दिसंबर को देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह जी की 122वीं जयंती के उपलक्ष्य में किसान दिवस का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरी मत्स्य पालन मंत्री श्याम सिंह राणा मुख्य अतिथि होंगे जबकि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगें। कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने शनिवार को बताया कि इस दौरान कृषि और उससे संबंधित विभिन्न व्यवसायों व अन्य उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदेश के 40 प्रगतिशील किसानों का चयन किया गया है जिन्हें किसान दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सम्मानित किए जाने वाले इन किसानों में अंबाला जिला के गांव धुराला से दिलप्रीत सिंह, अंबाला शहर के दुर्गा नगर से राजविंदर कौर, रेवाडी के बहरामपुर से सुनील कुमार, जखाला से रानी यादव, भिवानी के बडाला से गजानंद, हरिपुर से शर्मिला, नूंह के छपेरा से रविंदर व पूनम, फऱीदाबाद के नचौली से सुभाष नागर, भोपानी से ममता, फतेहाबाद के हसंगा से सूरजभान, गोरखपुर से दर्शना, झज्जर के वजीरपुर से अजय कुमार, झामरी से सीमा, जींद के अहिरकां से दलेराम, निदाना से कमलेश, कैथल के बट्टा से प्रदीप कुमार, लैंडरपीरज़ादा से रुपिंदर कौर, करनाल के अमुपुर से अरुण कुमार, चिराव से राजवंती, कुरूक्षेत्र के ज्योतिसर से नंदलाल, दबखेड़ी से सत्या देवी, महेंद्रगढ़ के खैरा से योगेन्द्र, बचीनी से मंजू, पलवल के गांव मंढनाका से सतवीर सिंह, सरोली से श्रीमती ईश्वर, पंचकूला के टाबर से हरभजन सिंह, पंचकुला के सेक्टर-14 से गुरूमीत कौर, पानीपत के हथवाला से संदीप कुमार, सिठाना से सुजाता, रोहतक के लाखनमाजरा से जय प्रकाश, मैना से रेखा कुमारी, हिसार के चुली खुर्द से संदीप कुमार, बालसमंद से मोनिका, सिरसा के गिगोरानी से वीरेंद्र साहू, खाजाखेड़ा से गीता, सोनीपत के रोहट से जयसिंह, सोनीपत से सोनिया दहिया, यमुनानगर के दोहली से वागीश कंबोज, रतनगढ से श्रीमती प्रवेश कुमारी शामिल है।इन क्षेत्रों में किया है महत्वपूर्ण कार्यइन प्रगतिशील किसानों ने मशरूम उत्पादन एवं डीएसआर, कपड़ा संवर्धन तकनीक, जैविक खेती, फसल विविधीकरण एवं वर्मी कम्पोस्ट, प्राकृतिक खेती, एकीकृत कृषि प्रणाली, एकीकृत खेती, कटिंग एवं टेलरिंग, सरसों और सब्जी की खेती के माध्यम से फसल विविधीकरण, हथकरघा वस्तुओं जैसे फैंसी कुशन, पर्दे और बेड कवर आदि की डिजाइनिंग, सिलाई और बिक्री, फसल अवशेष प्रबंधन, सब्जी फसलों की डेयरी एवं पॉली हाउस खेती, संसाधन संरक्षण प्रौद्योगिकी, कपड़ा संवर्धन, प्राकृतिक खेती, विविधता, फसल अवशेष प्रबंधन, फल एवं सब्जी संरक्षण, मूल्य संवर्धन (फल एवं सब्जियां) एवं मैक्रेम, मशरूम खेती, जूट बैग निर्माण, सब्जी उत्पादक, महिलाओं के सूट की सिलाई और सिलाई की दुकान चलाना, एकीकृत कृषि प्रणाली दृष्टिकोण, मूल्य संवर्धन, आरसीटी, फसल विविधीकरण, सिलाई एवं कढ़ाई, सब्जी उत्पादन, सटीक खेती, जल संरक्षण, डेयरी फार्मिंग, बागवानी, हाईटेक नर्सरी, कृषि विविधीकरण, माध्यमिक कृषि (मशरूम खेती), आरसीटी, आईपीएम, आईसीएम, महिला ड्रोन पायलट आदि क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किया है।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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