
रायगढ़, 23 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।जिले में बाहर से आकर पहचान छिपाकर रह रहे संदिग्ध व्यक्तियों की धरपकड़ के लिए पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देश पर जिलेभर में विशेष मुसाफिर जांच अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत पूंजीपथरा और कोतवाली थाना क्षेत्र में 37 व्यक्तियों की पहचान जांचकर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
अक्सर दूसरे जिलों में अपराध कर अपराधी तत्व रायगढ़ जैसे शांत क्षेत्रों में छिपकर रहते हैं और यहां भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। इसे देखते हुए पुलिस समय-समय पर इनकी छानबीन करती है। आज बुधवार को थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक राकेश मिश्रा के नेतृत्व में अलग-अलग क्षेत्रों में रह रहे 19 व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पुलिस कंट्रोल रूम लाया गया। उनके आधार कार्ड व अन्य पहचान पत्रों के साथ फिंगरप्रिंट भारत सरकार के नेफिस और नेटग्रिड सॉफ्टवेयर में अपलोड किए गए, जिससे उनके आपराधिक रिकार्ड की जांच हो सके।
इस दौरान यह तथ्य सामने आया कि सभी 19 व्यक्ति रायगढ़ में लंबे समय से पहचान छिपाकर रह रहे थे। इस पर पुलिस ने सभी पर प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई करते हुए धारा 128 BNSS तथा पृथक से धारा 170/126, 135(3) BNSS के तहत गिरफ्तार कर एसडीएम न्यायालय में पेश किया।
इसी तरह थाना कोतवाली अंतर्गत थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल के नेतृत्व में विभिन्न इलाकों में रह रहे 18 ऐसे व्यक्तियों को थाने तलब किया गया जिन्होंने पूर्व में मुसाफिरी दर्ज नहीं कराई थी। जांच में पहचान छिपाकर रहना प्रमाणित होने पर इन्हें भी समान धाराओं में गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया में प्रस्तुत किया गया।
कोतवाली और पूंजीपथरा थाने की कार्रवाई में पकड़े गए व्यक्तियों में अधिकांश पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, मालदा जिले के रहने वाले हैं, जो रायगढ़ के चक्रधरनगर, पूंजीपथरा, गेरवानी, उर्दना व भैंसाकोठा जैसे इलाकों में अलग-अलग किराये के मकानों में रह रहे थे।रायगढ़ पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के विशेष जांच अभियान आगे भी लगातार चलाए जाएंगे ताकि जिले में बाहरी आपराधिक तत्वों की घुसपैठ को रोका जा सके। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी बाहरी व्यक्ति की गतिविधियां संदिग्ध लगें तो तत्काल निकटतम थाना को सूचित करें।
(Udaipur Kiran) / रघुवीर प्रधान
