
सोलन, 24 मार्च (Udaipur Kiran) । विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सोमवार को ज़िला स्तर पर आयोजित टीबी मुक्त ग्राम पंचायत पुरस्कार समारोह की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि टीबी का पूर्ण उपचार सम्भव है और समय पर अस्पताल पर परीक्षण के उपरांत परामर्श के अनुसार दवा लेकर इस रोग को समाप्त किया जा सकता है।
उन्होंने आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मानकों के अनुरूप सोलन ज़िला की 35 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित होने के लिए सम्मानित किया। इन ग्राम पंचायतों को केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप टीबी मुक्त घोषित किया गया है। मनमोहन शर्मा ने कहा कि विश्व क्षय रोग दिवस आयोजित करने का उद्देश्य से लोगों को इस रोग के कारण, निवारण, बचाव के उपाय एवं दवाओं के बारे में जानकारी देना है। उन्होंने कहा कि इस रोग का उपचार प्रभावी और सुलभ है तथा सरकार इस बीमारी की रोकथाम और उपचार के लिए जांच, निःशुल्क दवाइयां प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार क्षय रोगी को उपचार के दौरान पोषण के लिए छः माह तक एक हज़ार रुपये प्रतिमाह भी प्रदान करती है। इस बीमारी को उपचार के माध्यम से ठीक किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हिमाचल को क्षय रोग मुक्त बनाने के लिए वर्ष 2025 तक का समय निर्धारित किया है।
मनमोहन शर्मा ने कहा कि सोलन ज़िला की 11 ग्राम पंचायतों को मानदंडों के आधार पर टीबी मुक्त आंका गया है। इनमें कुनिहार विकास खण्ड की ग्राम पंचायत भूमती, ग्राम पंचायत डुमैहर, ग्राम पंचायत मान, ग्राम पंचायत मांगल तथा ग्राम पंचायत पलानिया, विकास खण्ड धर्मपुर की ग्राम पंचायत भागुडी, विकास खण्ड नालागढ़ की ग्राम पंचायत बहेड़ी तथा ग्राम पंचायत धरमाणा और विकास खण्ड कण्डाघाट की ग्राम पंचायत कनैर, ग्राम पंचायत ममलीग तथा ग्राम पंचायत सैंज के प्रतिनिधि को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की रजत प्रतिमा तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
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(Udaipur Kiran) / संदीप शर्मा
