शिमला, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश के एम्स बिलासपुर में 35 कार्यशील विभाग हैं। इस संस्थान द्वारा प्रदान की जाने वाली रोगी परिचर्या सेवाओं में ओपीडी, आईपीडी, आपातकालीन, प्रयोगशाला सेवाएं, रोडियो डायगनोसिस, रेडियो थैरेपी, स्पेशलिटी क्लीनिक, नाटाल, आईसीयू, पीडियाट्रिक आईसीयू, ब्लड बैंक, फार्मेसी आदि शामिल है। राज्यसभा सांसद डॉक्टर सिकंदर द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में स्वाथ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानममंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत एम्स बिलासपुर की स्थापना 750 बिस्तर क्षमता वाले अस्पताल के साथ राज्य और इसके आस-पास के क्षेत्रों के रोगियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए की गई है।
अनुप्रिया पटेल ने बताया कि विगत तीन वर्षों में पीएमएसएसवाई के अंतर्गत एम्स बिलासपुर को कुल 314.38 करोड़ रूपये की अनुदान सहायता प्रदान की गई है। उन्होनें आगे बताया कि एम्स बिलासपुर में हिमकेयर और आयुष्मान भारत योजनाओं सहित अन्य महत्वपूर्ण सेवाएं लागू की गई हैं।
कुल्लू और मंडी में एकीकृत आयुष अस्पतालों को मंजूरी
आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम) योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मंडी जिलों में एकीकृत आयुष अस्पतालों की 02 इकाईयों को मंजूरी दी है। आयुष मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराज जाधव ने राज्यसभा सांसद डॉक्टर सिकंदर कुमार द्वारा मंगलवार को सदन में पूछे गए सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार से राज्य वार्षिक कार्य योजनाओं के माध्यम से प्राप्त प्रस्तावों के अनुसार मौजूदा आयुष औषधालयों को उन्नत करके 740 आयुष्मान आरोग्य मंदिर (आयुष) के संचालन के लिए भी केंद्र से मदद दी गई है।
उन्होंने आगे बताया कि एनएएम के अंतर्गत 2014-15 से 2023-24 तक हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार से एसएपी के माध्यम से प्राप्त प्रस्तावों के अनुसार आयुष मंत्रालय ने एनएएम दिशानिर्देश के प्रावधानों के अनुसार विभिन्न अनुमोदित गतिविधियों के कार्यान्वयन के लिए केन्द्रीय हिस्से के रूप में कुल 149.97 करोड़ रू0 का अनुदान सहायता जारी किया है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा शुक्ला