
झाबुआ, 3 जून (Udaipur Kiran) । पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार इंदौर ग्रामीण जोन में गुमशुदा एवं अपहृत बालिकाओं की दस्तयाबी के लिए मई माह में चलाए गए ऑपरेशन मुस्कान में पुलिस द्वारा उल्लेखनीय सफलता अर्जित की गई है। पुलिस महानिरीक्षक, इंदौर जोन (ग्रामीण) अनुराग के निर्देशन एवं डीआईजी इंदौर ग्रामीण रेंज निमिष अग्रवाल व डीआईजी निमाड़ रेंज सिद्धार्थ बहुगुणा के मार्गदर्शन में जिले के पुलिस अधीक्षकों द्वारा विशेष पुलिस टीमें बनाकर 1 मई 2025 से 31 मई 2025 तक चलाए गए उक्त अभियान के तहत जोन में कुल 347 गुमशुदा, अपहृत बालिकाओं को खोजकर दस्तयाब किया गया, और उन्हें अपने परिजनों को सौंप दिया गया।
अभियान के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय ग्रामीण जोन इंदौर द्वारा मंगलवार को दी गई जानकारी अनुसार 01 मई 2025 से 31 मई 2025 तक चले ऑपरेशन मुस्कान के तहत जोन में कुल 347 गुमशुदा, अपहृत बालिकाओं को खोजकर दस्तयाब किया गया। इस दौरान पुलिस टीमों ने मध्य प्रदेश के साथ, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि राज्यों में जाकर संवेदनशीलता, तत्परता एवं समर्पण के साथ दिन-रात मेहनत कर बालिकाओं को सुरक्षित रूप से खोजकर उनके परिवारों से मिलवाने में सफलता प्राप्त की।
अभियान के संबंध में प्राप्त हुई जानकारी अनुसार पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार, पुलिस महानिरीक्षक, इंदौर ज़ोन(ग्रामीण) अनुराग के निर्देशन में गुमशुदा एवं अपहृत बालिकाओं की तलाश के लिए इंदौर जोन (ग्रामीण) में 01 मई 2025 से 31 मई 2025 तक ऑपरेशन मुस्कान चलाया गया। डीआईजी इंदौर ग्रामीण रेंज निमिष अग्रवाल एवं डीआईजी निमाड़ रेंज (खरगोन) सिद्धार्थ बहुगुणा के मार्गदर्शन में जिलों में पुलिस अधीक्षकों ने पुलिस टीमें बनाकर ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुम/अपहृत बालिकाओं को ढूंढने की कार्यवाही की। पुलिस टीमों द्वारा मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान समेत देश के अन्य राज्यों में गहन खोजबीन कर कुल 347 गुमशुदा/अपहृत बालिकाओं को दस्तयाब किया गया। पुलिस द्वारा दस्तयाब किए गए बालक/बालिकाओं को उनके परिजनों को सकुशल सुपुर्द किया गया l
पुलिस जानकारी अनुसार जोन के अंतर्गत आने वाले जिलों में बालिकाओं की दस्तयाबी निम्नानुसार रही
इंदौर (ग्रामीण) ने 55, धार ने 105, झाबुआ ने 40, अलीराजपुर ने 12 खरगोन ने 52, खंडवा ने 29, बड़वानी ने 38, बुरहानपुर ने 16 इस तरह जोन में कुल 347 बालिकाओं की दस्तयाबी की गई।
अभियान के तहत दी गई जानकारी में बताया गया है कि पुलिस टीमों ने अन्य राज्यों में जाकर बच्चों को सुरक्षित रूप से खोजकर उनके परिवारों से मिलवाने में सफलता प्राप्त की। अभियान की सफलता में जिलों में साइबर सेल टीमों का भी अहम योगदान रहा। इन टीमों द्वारा प्रदान की गई तकनीकी सहायता से अभियान में बहुत मदद मिली। साइबर टीमों द्वारा आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर महत्वपूर्ण सुराग जुटाए गए, जिससे खोज की प्रक्रिया अधिक तेज़ और प्रभावशाली बन सकी। इस अभियान के तहत बच्चों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने और उनके पुनर्वास में भी सहायता की जा रही
है।
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(Udaipur Kiran) / उमेश चंद्र शर्मा
