
बलरामपुर, 28 मई (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ प्रदेश के बलरामपुर सहकारी बैंक में 26.47 करोड़ का बड़ा घोटाला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा कायम कर 11 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अभी एक अभियुक्त फरार है, जिसकी गिरफ्तारी को पुलिस की दबिशें जारी हैं।
बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक वैभव बेंकर रमनलाल ने आज बुधवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि सहकारी केंद्रीय बैंक बलरामपुर के मैनेजर अरविंद श्रीवास्तव ने जिले के थाना कुसमी पर मंगलवार को मुकदमा दर्ज कराया थ। इसमें उन्होंने बैंक के तीन बैंक एकाउंट में संदिग्ध लेन-देन और बड़े आर्थिक घोटाले के आरोप लगाए थे। यह घाटोले बैंक की शंकरगढ़ व कुसमी में होना बताया गया। कुल 26 करोड़ 47 लाख का घोटाला हुआ था।इस मामले में पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो घोटाले की परतें खुलने लगीं।
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर सहायक मुख्य प्रवेक्षक शंकरगढ़ निवासी अशोक सोनी (56 वर्ष), संस्था प्रबंधक लक्ष्मण प्रसाद (56 वर्ष) जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी, विजय उईके (50 वर्ष) जिला बलरामपुर, तबारक अली अंबिकापुर, राजेंद्र प्रसाद पांडेय (60 वर्ष) बलरामपुर , सुदेश यादव (30 वर्ष) शंकरगढ़ , एतबल सिंह (69 वर्ष)सरगुजा, प्रकाश कुमार सिंह (35 वर्ष) शंकरगढ़, जगदीश प्रसाद भगत (50 वर्ष) बलरामपुर, सबल राय (65 वर्ष) बलरामपुर, विकास चंद्र पांडवी (70 वर्ष) निवासी अंबिकापुर को गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया।
उन्होंने बताया कि अंबिकापुर की सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा शंकरगढ़ और कुसमी में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खोले गए बैंक अकाउंट में बीते बारह वर्षों से कुल 26 करोड़ 47 लाख 82 हजार 462 रूपये का घोटाला किया गया। आरोपितों को बलरामपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर आज सलाखों के पीछे भेजा है। इस मामले में एक अभी आरोपित फरार चल रहा है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
(Udaipur Kiran) / विष्णु पांडेय
