


पानीपत, 18 मार्च (Udaipur Kiran) । पानीपत के बिंझौल गांव में पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारकर अवैध रूप से चल रहे नशा मुक्ति केंद्र से 22 व्यक्तियों को मुक्त कराया। पुलिस तथा स्वास्थ्य विभाग ने नशा मुक्ति केंद्र की जांच शुरू कर दी है। पानीपत सिविल अस्पताल की मनोरोग चिकित्साधिकारी डॉ मोना नागपाल को 15 दिन पूर्व गुप्त सूचना मिली थी कि पानीपत के गांव बिंझौल में कृष्णपुरा निवासी संजय पाहुजा बिना लाइसेंस के अवैध रूप से एक नशामुक्ति केंद्र चल रहा है। जिसमें इलाज कराने आए मरीजों को डंडों से पीटा जाता है और खाना भी घटिया स्तर का दिया जाता है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग तथा पुलिस की टीमों ने संजय पाहुजा द्वारा चलाए जा रहे नशामुक्ति केंद्र पर छापा मारा। छापे के दौरान केंद्र में बने सिर्फ एक हॉल में 22 मरीजों को बड़ी ही दयनीय स्थिति में रखा गया था।डॉ.मोना नागपाल ने बताया कि छापे के दौरान मिले 22 मरीज 18 साल से लेकर 40 साल तक के हैं,जिनकी हालत बहुत ठीक नहीं थी। मरीजों से जब इलाज के बारे में पूछा गया तो सभी मरीजों ने बताया कि आज तक उन्हें किसी प्रकार की दवाई नही दी गई,ओर खाना भी दो दिन में एक बार ही बनता है। डॉ मोना नागपाल ने जानकारी दी कि केंद्र संचालक संजय पाहुजा प्रत्येक मरीज के परिजनों से ईलाज ओर रहने तथा खाने के 10 हजार रुपए महीने के लेता था। इस मामले में पुलिस तथा स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है।
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(Udaipur Kiran) / अनिल वर्मा
