राजनांदगांव/रायपुर, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में लागू किए गए नए नियमों से नाराज मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के 20 सीनियर, जूनियर, संविदा और नियमित चिकित्सकों ने मंगलवार को सामूहिक रूप से डीन को त्यागपत्र सौंप दिया।डॉक्टरों ने कहा है कि सरकार की तरफ से निजी प्रैक्टिस को लेकर कड़ाई बरती गई है। अस्पतालों में हमारे निजी प्रैक्टिस को लेकर जो कड़ाई बरती गई है उससे खफा होकर हमने यह कदम उठाया है।
इनमें मेडिकल कॉलेज के लोकप्रिय डॉक्टर डॉ. प्रकाश खूंटे भी शामिल हैं। मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल पहले से ही डॉक्टरों की कमी, स्टाफ नर्स, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और जरूरी मशीनों जैसे सिटी स्कैन, एमआरआई की समस्याओं से जूझ रहा है ।
पिछले डेढ़ महीने से मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का डायलिसिस सेंटर भी बंद है। मेडिकल कॉलेज में कुल 21 विभाग हैं, और हर विभाग में कम से कम 10-12 डॉक्टरों का होना अनिवार्य है। लेकिन फिलहाल पूरा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल केवल 30 प्रतिशत डॉक्टरों के सहारे चल रहा था।
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने कहा है कि सीएमएचओ और कलेक्टर सहित सभी उच्च अधिकारियों से बातचीत की गई है।अभी डॉक्टर ने इस्तीफा देने की मंशा जाहिर की है।इस मामले में उनसे बातचीत की जा रही है।उनकी जो छोटी मोटी मांगे हैं और जो तत्काल यहां पूरी हो सकती है ।उन्हें पूरा किया जाएगा।
राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज के प्रभारी डीन और अधीक्षक डॉ. अतुल देशकर इस मामले की जानकारी शासन को भेज दी गई है, हालांकि अब तक इस्तीफे मंजूर नहीं हुए हैं।
(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा