
-आई-प्रगति पोर्टल और अनफ्रीज एप्लिकेशन लांच, साइबर क्राइम रिफंड पोर्टल तेरा तुझको अर्पण का शुभारंभ
गांधीनगर, 14 मई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी की उपस्थिति में बुधवार को गांधीनगर सचिवालय में इंटेलिजेंस, सर्वेलांस और कन्विक्शन में समयानुकूल बदलाव लाते हुए दो पोर्टल लांच किए। मुख्यमंत्री ने वित्तीय साइबर अपराध से संबंधित शिकायतों के आधार पर फ्रीज किए गए बैंक खातों को पुनः कार्यरत अनफ्रीज कराने के लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन और पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने वाले शिकायतकर्ताओं को जांच की प्रगति के बारे में अपडेट रखने के लिए आई-प्रगति पोर्टल लॉन्च किया। वहीं, मुख्यमंत्री ने साइबर क्राइम रिफंड पोर्टल तेरा तुझको अर्पण का राज्यव्यापी शुभारंभ करवाया।
ई-गुजकॉप में जांच के प्रत्येक चरण पर फॉर्म भरने की आवश्यकता होती है, जिसमें एफआईआर दर्ज करते समय, पंचनामा तैयार करते समय, आरोपी को गिरफ्तार करते समय और केस की चार्जशीट दाखिल करते समय अलग-अलग फॉर्म का समावेश होता है। अब स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एससीआरबी) की ओर से ई-गुजकॉप में ऐसी व्यवस्था कर दी गई है कि जब भी इन चारों चरण की कार्यवाही पूर्ण हो जाएगी, तब दर्ज एफआईआर के शिकायतकर्ता को सिस्टम जनरेटेड एसएमएस भेज दिया जाएगा। इसके परिणामस्वरूप शिकायतकर्ता को जांच की प्रगति के बारे में पूरी जानकारी रहेगी। इस सिस्टम आई-प्रगति अर्थात इन्वेस्टिगेशन प्रोग्रेस रिपोर्ट थ्रू ऑटोमैटिकल जनरेटेड एक्यूरेटेड एंड टाइमली इनफॉर्मेशन के पायलट प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद अब मुख्यमंत्री के हाथों से इस प्रोजेक्ट का राजव्यापी शुभारंभ किया गया है।
साइबर क्राइम रिफंड पोर्टल तेरा तुझको अर्पण
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 03 अक्टूबर 2024 को अहमदाबाद शहर में “तेरा तुझको अर्पण” पोर्टल का अनावरण किया था। साइबर क्राइम अहमदाबाद शहर द्वारा यह पोर्टल लोक अदालत के माध्यम से साइबर अपराध के शिकार नागरिकों द्वारा खोए गए धन की वसूली की प्रक्रिया को गति देने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस पोर्टल से नागरिकों और पुलिस स्टेशनों; दोनों को लाभ होगा। वित्तीय साइबर क्राइम से जुड़ी शिकायत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज कराने पर सामने वाले के बैंक अकाउंट एनसीआरपी पोर्टल द्वारा बीएनएनएस 106 (सीआरपीसी 102) के अनुसार फ्रीज किए जाते हैं। इससे फ्रॉड के धन को बचाया जा सकता है। राज्य पुलिस द्वारा कार्यरत होने वाले इस अनफ्रीज ऑनलाइन एप्लिकेशन की मदद से आवेदक को बैंक अकाउंट अनफ्रीज करने के आवेदन के लिए भारत के अलग-अलग राज्य से प्रत्यक्ष उपस्थित रहने की जरूरत नहीं पड़ती है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ये पोर्टल लॉन्च करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टेक्नोलॉजी के माध्यम से नागरिकों की सेवा एवं देश की सुरक्षा का दृष्टिकोण अपनाया है, जिसे हमारी सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में टेक्नोलॉजी के उपयोग से सफलता प्राप्त कर साकार किया है। पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नए कानूनों में यह भी सुनिश्चित किया है कि टेक्नोलॉजी की सहायता से अपराध तेजी से रोके व खोजे जाएँ तथा प्रॉसीक्यूशन तथा इन्वेस्टिगेशन तेजी से पूर्ण होने के साथ अपराधियों को जल्द सजा हो।
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि गुजरात पहला राज्य है, जिसने साइबर क्राइम से संबंधित सिटीजन सेंट्रिक निर्णयों से अन्य राज्यों को प्रेरणा दी है। गुजरात पुलिस ने ऐतिहासिक सवा दो लाख से अधिक बैंक अकाउंट तो अनफ्रीज किए ही हैं, साथ ही ऐसी पॉलिसी भी बनाई है कि 5 लाख रुपए से अधिक राशि की धोखाधड़ी या 4 से अधिक शिकायतें दर्ज हुई हों; ऐसे अकाउंट ही फ्रीज किए जाएँ। आम नागरिकों की पूंजी फँस न जाए; इसका ध्यान रखते हुए यह निर्णय किया गया था। अब रुपए अनफ्रीज करने की इस प्रक्रिया में अधिक सरलता लाने के लिए विशेष पोर्टल तैयार किया गया है। इसके अतिरिक्त; साइबर क्राइम के जरिये नागरिकों द्वारा गँवाए पैसे आसानी से वापस मिल सकें; इसके लिए भी साइबर रिफंड पोर्टल नागरिकों की सेवा में समर्पित किया गया है। ये सभी पोर्टल भविष्य में गुजरात पुलिस के एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराने का कामकाज प्रक्रियाधीन है।
इस अवसर पर गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एम. के. दास, राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, मुख्य सचिव पंकज जोशी तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं आमंत्रित अतिथिगण उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय
