जालौन, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) । जनपद जालौन जिले में इस वर्ष सामान्य से लगभग 145 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई हैं। जिससे यमुना, बेतवा और पहुज नदी में बाढ़ आयी हुई है। इस बाढ़ से बड़ी संख्या में कच्चे और पक्के मकान क्षतिग्रस्त हुए है और फसलों की भी क्षति हुई हैं। जिलाधिकारी द्वारा राजस्व कर्मियों को क्षतिग्रस्त मकानों और फसलों का सर्वे करने का निर्देश दिया गया है। अब तक प्रशासन को कच्चे व पक्के मकानो को मिलाकर 1918 मकानों के आवेदन प्राप्त हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि इस बार आई बाढ़ से रामपुरा, कालपी, माधौगढ़ और कोंच नगर काफी प्रभावित रहा। इसी को देखते हुए आम जनता की सुविधा के लिए ऑनलाइन आवेदन का विकल्प भी उपलब्ध कराया गया। इस माध्यम से 20 सितंबर 2024 तक कुल कच्चे व पक्के मकानों को मिलाकर कुल 1918 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिलाधिकारी राजेश कुमार ने आदेश दिया है कि फसल क्षति और मकान क्षति के आवेदनों की तहसीलवार सूची बनाई जाए और उन्हें सत्यापित किया जाए। इसके बाद राहत धनराशि के वितरण के लिए आगे की कार्यवाही की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा