-पिथौरागढ़ सहित चार नगरों में होगा आधारभूत ढांचे का विकास
देहरादून, 8 मई (Udaipur Kiran) । भारत सरकार, उत्तराखंड शासन और यूरोपियन निवेश बैंक (ईआईबी) के बीच प्रोजेक्ट नेगोसिएशन में 1 हजार 9 सौ करोड़ की परियोजनाओं को मंजूरी मिली है। यह धनराशि पिथौरागढ़, सितारगंज, रूद्रपुर व काशीपुर की विकास परिेयोजनाओं पर खर्च की जाएगी। परियोजनाओं की स्वीकृति उत्तराखंड के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
उत्तराखण्ड शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी के तहत पिथौरागढ़, सितारगंज, रूद्रपुर व काशीपुर नगरों के लिए तैयार की गई परियोजनाओं के सम्बन्ध में वित्तपोषण एजेंसी यूरोपियन निवेश बैंक ने अनुमानित 1900 करोड़ के वित्तपोषण के लिए प्रोजेक्ट नेगोसिएसन किया, जिसमें ईआईबी द्वारा वित्तपोषण हेतु अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
यूरोपियन निवेश बैंक वित्तपोषण के लिए प्रस्तावित लगभग अनुमानित 1900 करोड़ केे माध्यम से पिथौरागढ़ में पेयजल एवं सीवरेज और सितारगंज, रूद्रपुर एवं काशीपुर में पेयजल के कार्य कराये जाने प्रस्तावित हैं। जिनकी डीपीआर तैयार की जा चुकी हैं। इसी संदर्भ में आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से अपर्णा भाटिया, ईआईबी से मैक्सीमीलियन, उत्तराखण्ड शासन स्तर से वरिष्ठ सचिव चन्द्रेश कुमार के मध्य वर्चुअल नेगोसिएसन किया गया।
यहां आर्थिक कार्य विभाग ने बताया कि यूयूएसडीए ने पूर्व में प्रेषित सभी डीपीआर का अनुश्रवण किया जा चुका है, जिन्हें अनुमोदित कर ईआईबी के साथ साझा किया गया था। इसी क्रम में आज ईआईबी की ओर से परियोजनाओं हेतु सहमति प्रदान कर दी गई है। आर्थिक कार्य विभाग तथा ईआईबी ने परियोजनाओं तैयारियों को लेकर यूयूएसडीए की प्रशंसा भी की। जून, 2025 में ही परियोजना अभिलेखों को हस्ताक्षरित किया जायेगा एवं निविदा प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जायेगी।
कार्यक्रम निदेशक, यूयूएसडीए चन्द्रेश कुमार ने बताया कि पिथौरागढ़ राज्य के सीमांत नगरों में से प्रमुख है। जहां के प्रत्येक नागरिक को पेयजल व स्वच्छता सम्बन्धित सुविधा उपलब्ध करवाना आवश्यक है। मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति से स्टैण्डर्ड लीविंग इंडैक्स में भी उन्नयन होता है, जो कि राज्य की प्रगति का भी मूल कारक है।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pokhriyal
