Uttrakhand

शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से 19 शिक्षक सम्मानित, राज्यपाल बोले- विकसित भारत बनाने की दिशा में शिक्षकों की होगी अहम भूमिका

शिक्षिका काे शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित करते राज्यपाल गुरमीत सिंह (पगड़ी में)।

– सरकार ने शैलेश मटियानी पुरस्कार के तहत मिलने वाली राशि बढ़ाई, अब 20 हजार मिलेगा

– नौनिहालों का भविष्य बनाने में शिक्षकों की हर संभव मदद करेगी सरकार : मुख्यमंत्री

देहरादून, 05 सितंबर (Udaipur Kiran) । राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शिक्षक दिवस पर राजभवन में आयोजित सम्मान समारोह में शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार वर्ष 2023 के लिए चयनित 19 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को सम्मानित किया।

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने पुरस्कार प्राप्त शिक्षक-शिक्षिकाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि विषम परिस्थितियों एवं दुर्गम क्षेत्रों में विद्यालयी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शिक्षक वास्तव में सम्मान के अधिकारी हैं। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सेवाओं और प्रतिबद्धता के लिए शिक्षकों का आभार जताया। राज्यपाल ने कहा कि गुरु का स्थान सबसे ऊपर है। राज्य शैक्षिक पुरस्कार से चयनित उत्कृष्ट शिक्षक अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। समाज एवं राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विश्व गुरु और विकसित भारत बनाने की दिशा में शिक्षकों की अहम भूमिका होगी। शिक्षकों से कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास का दायित्व आप सभी के कंधों पर ही है। वर्तमान में गुणवत्तापरक शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के साथ नवीन टेक्नोलॉजी अपनाना जरूरी है।

मुख्यमंत्री धामी बोले- शिक्षक समाज के लिए रोल मॉडल

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु का सर्वोच्च स्थान है। गुरु ही अपने प्रकाश से अंधकार की अज्ञानता को दूर करता है। उन्होंने कहा कि प्राचीन इतिहास में गुरु-शिष्य परंपरा का उल्लेख है। शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित होने वाले शिक्षक समाज के लिए रोल मॉडल हैं। ये अन्य लोगों को भी प्रेरणा देंगे। गुरु का कार्य शिक्षा देने के साथ शिष्य के व्यक्तित्व का निर्माण, अनुशासन एवं समाज के प्रति भावनाओं को जागृत करना भी है। वर्तमान में नैतिक शिक्षा की आवश्यकता है। धीरे-धीरे समाप्त हो रहे मूल्यों को पुनः जागृत करने का जिम्मा भी गुरुओं का है।

सरकार ने शैलेश मटियानी पुरस्कार के तहत मिलने वाली राशि बढ़ाई, अब 20 हजार मिलेगा

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि डिजिटल युग में शिक्षकों की भूमिका और बढ़ गई है। तकनीकी विकास और वैश्वीकरण के दौर में शिक्षक छात्रों को संस्कृति से जोड़ने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास और नौनिहालों के भविष्य को बनाने में राज्य सरकार शिक्षकों की हर संभव मदद करेगी। राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। राज्य में शिक्षकों के लिए अनुकूल वातावरण बनाया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शैलेश मटियानी पुरस्कार के तहत मिलने वाली धनराशि को 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपये किए जाने की घोषणा की।

राज्य में शिक्षा के स्तर में हुआ सुधार : धन सिंह

शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सभी के अथक प्रयासों से राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार हुआ है। उन्होंने शिक्षा विभाग की ओर से किए जा रहे कार्यों एवं नवाचारों की जानकारी दी। विद्यालयी शिक्षा सचिव रविनाथ रामन ने सबका स्वागत किया तो विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान संस्कृत शिक्षा सचिव दीपक कुमार, अपर सचिव शिक्षा रंजना राजगुरु, शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी, शिक्षक-शिक्षिकाएं व उनके परिजन उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

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