Chhattisgarh

प्रसव के दौरान जिले में 13 महिलाओं की मौत, अब सीएससी मगरलोड में भी सिजेरियन

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मगरलोड के आपरेशन कक्ष का निरीक्षण करते हुए डाक्टरों की टीम।

धमतरी, 3 अप्रैल (Udaipur Kiran) । सिजेरियन आपरेशन से प्रसव की सुविधा जिला अस्पताल धमतरी में है। यहां सामान्य प्रसव के साथ सिजेरियन आपरेशन से भी प्रसव कराया जाता है। अब स्वास्थ्य विभाग की पहल पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मगरलोड में भी सामान्य प्रसव के साथ गर्भवती महिलाओं व स्वजनों को राहत देने के लिए सिजेरियन आपरेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जल्द ही यहां सिजेरियन आपरेशन की सुविधा शुरू होगी, इसके लिए यहां सुविधाओं का सीएमएचओ ने निरीक्षण करके डाक्टरों की टीम को तैयारी करने कहा है। क्योंकि पिछले साल जिले में प्रसव के दौरान 13 महिलाओं की मौत हुई है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मगरलोड में जल्द ही जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को आपरेशन कर सुरक्षित प्रसव की सुविधा मिलने लगेगी। इसके लिए जरूरी तैयारियों और डाक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने सीएमएचओ डाॅ यूएल कौशिक ने स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने जिले के दूरस्थ मगरलोड सीएचसी में इस सुविधा के लिए अपने भ्रमण के दौरान सख्त निर्देश दिए थे। कलेक्टर के निर्देश पर अमल करते हुए सीएमएचओ, एनीस्थिशिया विशेषज्ञ डाॅ टीआर ध्रुव और ग्यानिकोलाजिस्ट डाॅ महेश शर्मा के साथ टीम ने आपरेशन थियेटर से लेकर अस्पताल में उपलब्ध अन्य सुविधाओं का परीक्षण किया। इस दौरान सीएमएचओ ने निर्देशित किया कि शासन की मंशा अनुसार सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं के लिए सिजेरियन प्रसव की सुविधा उपलब्ध कराया जाना है, ताकि उन्हें निजी अस्पतालों में बड़े खर्चे करके अपना प्रसव न कराना पड़े।

डाॅ कौशिक ने इसके लिए सभी डाक्टरों और मेडिकल टीम के कर्मचारियों को तैयार रहने को कहा।सीएमएचओ ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सभी जरूरी सेवाएं उपलब्धता अनुसार निशुल्क दी जाती है। धमतरी जिले में पिछले वित्तीय वर्ष में प्रसव के दौरान केवल 13 महिलाओं की मृत्यु हुई है। स्वास्थ्य केन्द्रों में उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की खून जांच, पेशाब और शुगर जांच आदि समय-समय पर करके उनकी सूची प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में रखी जाती है। डाॅ यूएल कौशिक ने बताया कि ऐसी महिलाओं के निर्धारित प्रसव तिथि पर स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यकता अनुसार विशेषज्ञों की उपस्थिति में सिजेरियन प्रसव कराया जाता है। सीएमएचओ ने यह भी बताया कि हाईरिस्क एएनसी महिलाओं को आवश्यकता अनुसार आयरन फोलिक एसिड, आयरन सुक्रोज से उपचार कर खून की कमी को दूर किया जाता है। गर्भवती महिलाओं के लिए समय-समय पर एम्बूलेंस सर्विस की सुविधा, एएनसी की चार जांच, प्रसव से छह महीने पहले मेडिकल लैब जांच और बच्चे के जन्म के एक साल तक देखरेख की जानकारी दी जाती है। उन्होंने बताया कि टोल फ्री नंबर 104 काल की सुविधा भी आमजनों के लिए उपलब्ध है।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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